NDA में सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री और हम सेक्युलर नेता जीतन राम मांझी ने कहा कि हमें अगर मन मुताबिक सीटें नहीं मिलेगी तो चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन NDA के साथ रहेंगे।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। चुनाव की तारीखों (bihar election date) का ऐलान हो गया है। एनडीए (NDA) और इंडिया गठबंधन (INDIA) में सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इसी बीच एनडीए में प्रमुख सहयोगी और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है।
गया से सांसद और हम (सेक्युलर) संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि एनडीए में सीटों को लेकर कोई झगड़ा नहीं है। हम गठबंधन में सिर्फ इतनी ही सीटें मांग रहे हैं, जिससे हमारी पार्टी राज्य (बिहार) में मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा हासिल कर ले। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के किसी भी नेता को सीएम या डिप्टी सीएम नहीं बनना है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को मान्यता मिले, यही हमारी मुख्य मांग है। अगर हमारी यह डिमांड पूरी नहीं होती है तो हम एक भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ेंगे और NDA के साथ रहेंगे।
जीतन राम मांझी मुसहर समुदाय से आते हैं। जोकि बिहार में महादलित कटेगरी में आता है। बिहार में जातीय सर्वे के मुताबिक मुसहर समुदाय की आबादी 3 फीसदी है। वहीं, बिहार में 38 सीटें SC आरक्षित हैं। लिहाजा, जीतन राम मांझी हमेशा NDA में इस बात का एहसास दिलाते रहते हैं।
वहीं, NDA के भीतर चिराग पासवान को बीजेपी 20 से अधिक सीटें देने को तैयार हैं, लेकिन चिराग पासवान 35 सीटों की डिमांड कर रहे हैं। साल 2025 के शुरुआत से ही लोजपा (रामविलास) के नेता 50 सीटों की बात कहते आए हैं। केंद्रीय मंत्री चिराग के जीजा अरुण भारती भी इशारों-इशारों में गठबंधन के सहयोगी दलों को संदेश चुके हैं। आज पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पुण्यतिथि के मौके पर चिराग ने लिखा- 'पापा हमेशा कहा करते थे- जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो।'
इधर, आज बिहार बीजेपी कार्यालय में प्रदेश के सीनियर नेताओं की बैठक होने वाली है. इस बैठक में उम्मीदवारों के चयन को लेकर बातचीत होगी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय समेत अन्य नेता मौजूद रहेंगे।