जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर सीटों की चाहत बता दी है। उधर, बीजेपी सांसद व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि NDA बिहार चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। चुनाव की तारीकों का ऐलान हो गया है। NDA में सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची जारी है। सीट शेयरिंग को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता रश्मिरथी के छंद ट्वीट कर अपनी चाहत बता दी है।
मांझी ने एक्स पर लिखा- 'हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही ख़ुशी से खाएंगें, परिजन पे असी ना उठाएंगे।'
दरअसल, हम सेक्युलर के नेता जीतन राम मांझी शुरुआत से 20 सीटों की हरसत पाले हुए हैं। कुछ महीनों पहले उन्होंने NDA में 40 सीटों की डिमांड कर दी थी। उन्होंने कहा था कि पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से 35-40 सीटों की मांग की जा रही है, 20 विधायकों चुने जाने के लिए 35 से 40 सीटों पर लड़ना होगा। अब एक बार फिर उन्होंने 15 सीटों की हसरत जगजाहिर कर दी है।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत में साफ तौर पर कहा कि एनडीए से कहीं कोई नाराजगी नहीं है। मैं सिर्फ अपना हक मांग रहा हूं। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर हम लोग एनडीए के नेताओं से आग्रह कर रहे हैं। जिसके पास एक-दो विधायक हैं, वह खुद को बड़ा मानता है। हम अपमान का घूंट कब तक पीते रहेंगे? उन्होंने कहा कि एनडीए अगर हमें बल देगा तो हम उसे ही मजबूत करेंगे। हम लोग हर वक्त एनडीए के साथ रहते हैं, एनडीए का भी फर्ज बनता है कि हमें अपमानित नहीं होने दें। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हमें सात सीटें मिली थीं, जिनमें से चार पर चुनाव जीते थे। आज हम यही कह रहे हैं कि 60 प्रतिशत स्कोरिंग सीट लाएं तो आठ सीट जीतकर आएं। इसलिए हम 15 सीट मांग रहे हैं।
वहीं, आज सुबह न्यूज एजेंसी ANI संग बातचीत के दौरान मांझी ने कहा था कि एनडीए में सीटों को लेकर कोई झगड़ा नहीं है। हम गठबंधन में सिर्फ इतनी ही सीटें मांग रहे हैं जिससे हमारी पार्टी राज्य (बिहार) में मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा हासिल कर ले। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के किसी भी नेता को सीएम या डिप्टी सीएम नहीं बनना है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को मान्यता मिले, यही हमारी मुख्य मांग है। अगर हमारी यह डिमांड पूरी नहीं होती है तो हम एक भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ेंगे और NDA के साथ रहेंगे।
वहीं, बीजेपी सांसद व केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि NDA पूरी तरह से तैयार है और सिर्फ चुनाव के दौरान ही नहीं, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार और NDA के पांचों घटक दलों के नेता और कार्यकर्ता दिन-रात बिहार की जनता की सेवा में लगे हैं, हम सिर्फ चुनाव के दौरान ही नहीं, बल्कि हमेशा काम करते हैं।