कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु अपार्टमेंट फेडरेशन के एक प्रतिनिधि को कर्नाटक अपार्टमेंट बिल में बदलाव की देरी को लेकर चेतावनी दी है। शिवकुमार ने कहा कि बिल को जल्द लागू किया जाएगा और इसमें देरी नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस के कद्दावर नेता और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने अपने बयान से बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने एक बिजनेसमैन को खुली धमकी दे डाली है।
उन्होंने कर्नाटक अपार्टमेंट (ओनरशिप एंड मैनेजमेंट) बिल में बदलाव और उसे लागू करने में हो रही देरी को लेकर बेंगलुरु अपार्टमेंट फेडरेशन (बीएएफ) के एक रिप्रेजेंटेटिव को चेतावनी दी है।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा- बीएएफ के ट्रेजरर मिस्टर किरण हेब्बर ने एक धमकी भरा लेटर लिखा है, जिसमें कहा गया है कि अगर सरकार उनकी बात नहीं सुनती है तो अपार्टमेंट मालिक ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी के चुनावों पर असर डाल सकते हैं।
शिवकुमार ने आगे कहा कि हम ऐसी धमकियों से नहीं डरते हैं। बेसिक कॉमन सेंस होना चाहिए। वे किससे बात कर रहे हैं? हम यहां आपके लिए हैं और इसीलिए हम आपको यहां बुला रहे हैं और आपका फीडबैक मांग रहे हैं।
डिप्टी सीएम ने चेतावनी भरे लहजे में कहा- मैं आपको बता दूं कि मैं पीएम और होम मिनिस्टर से नहीं डरा और जेल चला गया। आपको लगता है कि मैं किसी हेब्बर से डर जाऊंगा। आप इस सरकार को चेतावनी नहीं दे सकते।
कर्नाटक में डिप्टी सीएम के बयान पर बवाल मच गया है। इंफोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई ने इस बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा- उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार जी, यह बहुत गलत है। हां आप हमारे मंत्री हैं, लेकिन हमारे मालिक नहीं।
उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में आगे लिखा- हम एक लोकतंत्र हैं और हमें मंत्रियों से सवाल करने का अधिकार है। नागरिकों से इस तरह बात करना और डर पैदा करना बहुत गलत है। नागरिक परेशान हैं और उन्हें मदद की जरूरत है।
हालांकि, बाद में शिवकुमार के तेवर नरम नजर आए। उन्होंने एक प्रेस रिलीज जारी कर ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी चुनाव में अपार्टमेंट में रहने वालों से सपोर्ट मांगा।
उन्होंने कहा- हम यह बिल ला रहे हैं जिसे पिछली सरकारों ने पेश नहीं किया था। चुनाव के दौरान, मैंने 100 अपार्टमेंट का दौरा किया और उनसे सपोर्ट मांगा, लेकिन हमें सपोर्ट नहीं मिला।
उन्होंने आगे कहा कि मेरे भाई पार्लियामेंट्री चुनाव के दौरान 1 लाख वोटों से हार गए थे। मुझे निराशा हुई। मैंने आपको अपार्टमेंट बिल के लिए आपके सुझाव और फीडबैक लेने के लिए बुलाया है। हम इस पर विधायक से भी बात करेंगे।