Torture:केरल के कोझिकोड में एक गर्भवती महिला को उसके लिव-इन पार्टनर ने गर्म इस्त्री से जलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। आरोपी शाहिद रहमान नशे का आदी है और महिला को पिछले चार दिनों से घर में कैद कर रखा था।
Domestic violence: केरल के कोझिकोड जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना (Kozhikode Crime News) सामने आई है। कोडेंचेरी इलाके में एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman Tortured) को उसके लिव-इन पार्टनर ने कथित तौर पर गर्म इस्त्री से हमला कर गंभीर रूप से जला दिया (Domestic violence)। महिला के हाथों, पैरों और शरीर के कई हिस्सों पर जलने के गहरे निशान हैं। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और इलाज जारी है। यह घटना तब हुई जब आरोपी शाहिद रहमान नशे की हालत में घर लौटा। गुस्से में उसने गर्म इस्त्री उठाई और महिला पर हमला कर दिया (Kerala Domestic Violence)। महिला चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन कोई भी मदद करने के लिए नहीं पहुंचा। पिछले चार दिनों से वह घर में कैद जैसी स्थिति में थी। आरोपी उसे बाहर नहीं जाने देता था और खाना भी ठीक से नहीं देता था। भूख और डर के बीच वह किसी तरह जीवित थी।
सूत्रों से पता चला है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ। पिछले छह महीनों से महिला लगातार शारीरिक और मानसिक यातना झेल रही थी। आरोपी नशीले पदार्थों का सेवन करने का आदी है और एमडीएमए (MDMA) जैसी खतरनाक दवाओं की बिक्री में भी शामिल बताया जाता है। दोनों पिछले एक साल से साथ रह रहे थे। महिला अपने परिवार से अलग होकर उसके साथ आई थी, लेकिन जल्द ही उसका असली चेहरा सामने आ गया।
महिला ने हिम्मत दिखाई और मौका मिलते ही भाग निकली। जब आरोपी बाहर गया, तो उसने दरवाजा खोला और पड़ोसियों तक पहुंची। पड़ोसियों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। पहले थमारास्सेरी अस्पताल में प्राथमिक उपचार हुआ, फिर गंभीर हालत देखकर उसे कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है। बच्चे की स्थिति को लेकर भी डॉक्टर सतर्क हैं।
नशे में हुड़दंग मचाने की शिकायत पर पकड़ा गया था आरोपी पुलिस अभी आरोपी की तलाश कर रही है। घटना से एक दिन पहले ही शाहिद को नशे में हुड़दंग मचाने की शिकायत पर पकड़ा गया था, लेकिन कुछ घंटों बाद उसे छोड़ दिया गया। रिहा होते ही उसने यह क्रूरता कर दी। महिला के बयान दर्ज होने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा।
इस घटना ने पूरे केरल में रोष पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। महिला संगठनों ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के साथ ऐसी बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कई लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं कि पिछली शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
पुलिस को अब तेजी से कार्रवाई करनी होगी। आरोपी को जल्द गिरफ्तार करना जरूरी है, अन्यथा वह फरार हो सकता है। महिला की सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम होना चाहिए ताकि वह बिना डर के बयान दे सके। साथ ही, नशे की लत और घरेलू हिंसा को रोकने के लिए कड़े कानून लागू करने की आवश्यकता है।
बहरहाल,घरेलू हिंसा का बढ़ता खतरा यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की क्रूरता नहीं, बल्कि समाज में घरेलू हिंसा की गहरी जड़ों को दर्शाती है। लिव-इन रिलेशनशिप में भी महिलाएं असुरक्षित हैं। परिवार और समाज को ऐसे मामलों में शुरुआती संकेतों को पहचानना होगा। काउंसलिंग, हेल्पलाइन और कानूनी मदद को और मजबूत करने की जरूरत है। गर्भवती महिला के साथ हिंसा न सिर्फ मां, बल्कि होने वाले बच्चे को भी प्रभावित करती है। उम्मीद है कि इस मामले में न्याय मिलेगा और यह समाज के लिए एक सबक बनेगा।