Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में महिला ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार के बाद हत्या मामले (Kolkata Doctor Murder Case) में पूरा देश न्याय मांग रहा है। देश भर में अलग-अलग जगह जस्टिस की मांग को लेकर प्रर्दशन और लोगों में आक्रोश जारी है। सोशल मीडिया पर भी न्याय की मांग […]
Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (RG Kar Medical College) में महिला ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार के बाद हत्या मामले (Kolkata Doctor Murder Case) में पूरा देश न्याय मांग रहा है। देश भर में अलग-अलग जगह जस्टिस की मांग को लेकर प्रर्दशन और लोगों में आक्रोश जारी है। सोशल मीडिया पर भी न्याय की मांग को लेकर पोस्ट किए जा रहें हैं। पीड़िता की मां ने शिक्षक दिवस पर एक लेटर लिखकर अपने जीवन के सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया है और न्याय की लड़ाई के लिए बड़े पैमाने पर समाज से समर्थन मांगा है।
महिला ट्रेनी डॉक्टर की मां ने ने पत्र में लिखा…मैं पीड़िता की मां आज शिक्षक दिवस पर मैं अपनी बेटी की ओर से उसके सभी शिक्षकों को सलाम करती हूं। उसका बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था। आप उस सपने के पीछे प्रेरक शक्ति थे। हम अभिभावक के रूप में उनके साथ रहे हैं। उसने डॉक्टर बनने के लिए खुद काफी मेहनत की थी। मुझे लगता है, क्योंकि उसे आप जैसे अच्छे शिक्षक मिले, इसलिए वह डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकी। फिर डिग्री आई, मेरी बेटी कहती थी, मां मुझे पैसे की जरूरत नहीं है। बस मेरे नाम के आगे बहुत सारी डिग्रियां चाहिए। मैं इतने सारे मरीजों को ठीक कर सकती हूं।'
पीड़िता की मां ने लेटर में आगे लिखा, 'एक मां के रूप में सभी मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य अधिकारियों, नर्सिंग स्टाफ से विनम्र अनुरोध है कि यदि आपके पास कोई जानकारी और सबूत है तो कृपया इसे सामने लाएं। मुझे लगता है कि लोगों की चुप्पी से अपराधियों का हौसला बढ़ता है। मेडिकल सोसायटी और आम लोगों के आंदोलन के साथ खड़े होने के संदेश के साथ और लड़की के लिए न्याय की उम्मीद करते हुए शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों को सलाम।
महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी मामले में कुछ दिनों पहले एक बड़ा खुलासा हुआ। इसमें घटना की रात ड्यूटी पर तैनात एक अन्य डॉक्टर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि क्राइम सीन से छेड़छाड़ की गई है। डॉक्टर ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस झूठ बोल रही है। मेडिकल वार्ड में किसी तरह की SOP का पालन नहीं किया गया था।