Bihar Politics: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब वे एनडीए छोड़कर कई नहीं जाएंगे। बीच में इधर-उधर हो गए थे। पार्टी के कुछ नेता के कहने पर वो हो गया था।
Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति में लगातार पाला बदलने में माहिर नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर वफादारी का आश्वासन दिया है। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी और जदयू का गठबंधन कायम रहेगा। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम 20 साल से NDA के साथ है। बीच में हमारी पार्टी ने गड़बड़ी कर दी थी। इस दौरान उन्होंने यह भी बता दिया कि वे किसके कहने पर राजद के साथ गठबंधन में चले गए थे। यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने इस तरह का भाषण दिया हो, पिछले साल भी नीतीश ने ये ही बात कही थी।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब वे एनडीए छोड़कर कई नहीं जाएंगे। बीच में इधर-उधर हो गए थे। पार्टी के कुछ नेता के कहने पर वो हो गया था। उनमें से एक नेता हमारे साथ बैठे हैं। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने जब ये बात कही उस समय पर मंच पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह मौजूद थे। नीतीश का इशारा ललन सिंह की ओर ही था।
CM नीतीश कुमार ने कहा- अब किसी के साथ किसी तरह का गठबंधन नहीं होगा। आप जानते हैं कि शुरुआत से ही जब सरकार बनी थी, तब एनडीए में बीजेपी और जदयू थे और उसी से सारा काम हुआ। बीच में कुछ उतार-चढ़ाव आए, उसे छोड़ दीजिए, अब कोई सवाल ही नहीं उठता, हम कोई गठबंधन नहीं करेंगे।
इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने भाषण के दौरान किसी भी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन सबकी निगाहे मंच पर मौजूद ललन सिंह पर टिकी हुई थीं। दरअसल, ललन सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और नीतीश कुमार के अचानक महागठबंधन में शामिल होने से ठीक एक महीने पहले उन्होंने पद छोड़ दिया था।
हालांकि उस समय अटकलें लगाई जा रही थीं कि ललन सिंह को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि ऐसी धारणा थी कि वह नीतीश के पुराने प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व वाली राजद के बहुत करीब आ गए थे ।