ममता बनर्जी ने कार्यक्रम में कहा, 'मैं आपको एक खुशखबरी दे रही हूं। हम जनवरी के दूसरे सप्ताह में महाकाल मंदिर की नींव रखेंगे। मैंने पूजा के दौरान ही यह तारीख तय कर ली थी। भूमि का निरीक्षण मैं पहले ही कर चुकी हूं।'
Babri Masjid Controversy: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर हिंदू वोटरों को साधने की कोशिश की है। न्यू टाउन में 'दुर्गा आंगन' परिसर की आधारशिला रखते हुए उन्होंने ऐलान किया कि सिलीगुड़ी में राज्य के सबसे बड़े महाकाल मंदिर की नींव जनवरी के दूसरे सप्ताह में रखी जाएगी। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब विपक्ष उन्हें मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगा रहा है और राज्य में हिंदू भावनाओं को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है।
ममता बनर्जी ने कार्यक्रम में कहा, 'मैं आपको एक खुशखबरी दे रही हूं। हम जनवरी के दूसरे सप्ताह में महाकाल मंदिर की नींव रखेंगे। मैंने पूजा के दौरान ही यह तारीख तय कर ली थी। भूमि का निरीक्षण मैं पहले ही कर चुकी हूं।' यह मंदिर सिलीगुड़ी में बनेगा, जहां पहले से ही कन्वेंशन सेंटर की योजना है। ममता ने स्पष्ट किया कि मंदिर के लिए ट्रस्ट गठित किया जाएगा और राज्य सरकार ही सब कुछ संभालेगी।
इस घोषणा को 2026 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पहले ममता ने दीघा में जगन्नाथ मंदिर और न्यू टाउन में दुर्गा आंगन जैसे प्रोजेक्ट शुरू किए हैं, जिसे विपक्ष 'हिंदुत्व रथ' पर सवार होने की कोशिश बता रहा है। भाजपा लगातार ममता पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाती रही है। जवाब में ममता ने कहा, 'लोग मुझ पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हैं, लेकिन यह गलत है। मैं सही मायने में सेक्युलर हूं। जब मैं गुरुद्वारे जाती हूं तो कोई कुछ नहीं कहता, लेकिन ईद कार्यक्रम में शामिल होती हूं तो आलोचना शुरू हो जाती है।'
ममता ने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने SIR (संभवतः संशोधित नागरिकता कानून से जुड़ी प्रक्रिया) को लेकर कहा कि लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है और एक महीने में 50 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। हम लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ेंगे और इसके लिए जान देने को भी तैयार हैं।