दिग्विजय सिंह के आरएसएस की प्रशंसा पर कांग्रेस में बवाल मच गया है। सांसद मणिकम टैगोर ने आरएसएस को 'आतंकी संगठन' कहा है। कांग्रेस नेता पूनावाला ने कहा कि दिग्विजय सिंह के बयान से पार्टी का मानसिक संतुलन खो गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की संगठनात्मक ताकत की प्रशंसा की थी। इस पर कांग्रेस के भीतर सियासी भूचाल आ गया है।
इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने आरएसएस को 'आतंकी संगठन' तक कह दिया है। जिसको लेकर भाजपा ने करारा जवाब दिया है।
पूनावाला ने कहा कि दिग्विजय सिंह के बयान पर कांग्रेस पार्टी अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है और मणिकम टैगोर ने संघ के बारे में जिस तरह की टिप्पणियां की हैं, वह उनके वैचारिक खोखलेपन को दिखाता है।
पूनावाला ने आगे कहा कि मणिकम टैगोर को याद दिलाना चाहिए कि अफजल गुरु, याकूब, बुरहान वानी, बाटला हाउस एनकाउंटर या नक्सलियों जैसे मामलों में उन्हें शहीद और मासूम नजर आते हैं। लेकिन राष्ट्रवादी संगठनों में वे आतंकवादियों को देखते हैं।
पूनावाला ने सवाल किया कि प्रणब मुखर्जी, क्या वह किसी राष्ट्रवादी संगठन के हेडक्वार्टर गए थे या किसी आतंकवादी संगठन के? जब नेहरू ने गणतंत्र दिवस पर संघ को बुलाया था, तो क्या उन्होंने किसी आतंकवादी संगठन को बुलाया था? महात्मा गांधी, जेपी ने उनकी तारीफ की थी। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या कांग्रेस सांसद उनसे ज्यादा ज्ञानी हैं?
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बांग्लादेश में न सिर्फ हिंदुओं बल्कि ईसाई समुदाय और अनुसूचित जाति के लोगों पर भी हमले और हत्याएं हुई हैं।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने अपना रुख साफ कर दिया है और इन घटनाओं की निंदा की है। हालांकि, दुख की बात यह है कि हमारे देश में एक ऐसा ग्रुप है, जो गाजा के लिए फंड इकट्ठा करता है, लेकिन ढाका के मामले में आंखें बंद कर लेता है।
पूनावाला ने कहा कि इसमें दिग्विजय सिंह, राशिद अल्वी और सैम पित्रोदा जैसे लोग शामिल हैं। ये लोग भारत की तुलना बांग्लादेश से करते हैं, बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को सही ठहराते हैं और दावा करते हैं कि ऐसी घटनाएं वहां इसलिए होती हैं क्योंकि भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले होते हैं।
पूनावाला ने जोरदार हमला करते हुए कहा कि यह वही ग्रुप है जो नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का भी विरोध करता है। इनका असली चेहरा सामने आ गया है।