Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सादगी, उनके नेतृत्व और उनके व्यक्तित्व की मिसाल हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी।
Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया है। पूर्व वित्त मंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर भारत सरकार ने 7 दिनों के राजकीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान देशभर में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। इस समय अवधि के दौरान किसी भी आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा। इसके अलावा सभी भारतीय मिशनों और उच्चायोगों में विदेशों में भी राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। गृह मंत्रालय ने भारत सरकार के सभी मंत्रालयों और राज्यों के लिए पत्र लिखकर यह जानकारी दी है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सादगी, उनके नेतृत्व और उनके व्यक्तित्व की मिसाल हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी। उनके निजी जीवन से जुड़ी कुछ बातें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। उनकी पसंदीदा कार – मारुति 800 है, उसको लेकर बातें सामने आ रही है। वह कहते थे कि उनका लग्जरी कार चलना पसंद नहीं, उनकी गड्डी तो मारुति 800 है।
भारत के आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह के सुरक्षा गार्ड रहे असीम अरुण ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दिलचस्प कहानी के बारे में बताया है। उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया कि मनमोहन सिंह को अपनी मारुति 800 से बहुत प्यार था। असीम ने लिखा कि वह 2004 से तीन साल तक पूर्व पीएम सिंह का बॉडी गार्ड रहा थे। उस दौरान एसपीजी में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में क्लोज प्रोटेक्शन टीम का सबसे अहम हिस्सा होता है। वे इस टीम का नेतृत्व करने थे। यह टीम पीएम से कभी भी अलग नहीं होती। अगर कोई एक बॉडी गार्ड उनके साथ रहता है, तो वह खुद है।
असीम अरुण ने कहा कि पूर्व सीएम सिंह के पास मारुति 800 एक ही कार थी। प्रधानमंत्री निवास में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू खड़ी रहती थी। इसके बावजूद डॉ. मनमोहन सिंह हमेशा कहते थे, उनको यह कार चलना पसंद नहीं, उनकी गड्डी तो यह (मारुति) है।
असीम ने कहा कि उनको समझाता था कि सर, यह गाड़ी आपकी सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स एसपीजी के द्वारा निर्धारित किए गए हैं। अगर कारकेड (सुरक्षा के लिए तैनात कारों का काफिला) में जब मारुति 800 सामने से गुजरती, तो वह हमेशा उसे एक नजर देखते। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से मारुति से यात्रा नहीं की जा सकती। पूर्व पीएम ने हमेशा अपने जीवन को व्यक्तिगत आराम और भौतिकवाद से दूर रखते हुए अपने कर्तव्यों का पालन किया। पूर्व प्रधानमंत्री के कार्यकाल और सादगी को हमेशा याद किया जाएगा।