Narain Singh Chaura: सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौड़ा है। चौड़ा बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आंतकी रहा है। बताया जा रहा है कि वह 1984 में पाकिस्तान भी गया था।
Narain Singh Chaura: पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को जानलेवा हमला हो गया। इस हमले में सुखबीर सिंह बाल-बाल बचे है। श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से मिली धार्मिक सजा के तहत पूर्व डिप्टी सीएम बादल गोल्डन टेंपल पहुंचे थे। इस दौरान नारायण सिंह चौड़ा नाम के शख्स ने धीरे धीरे बादल की ओर आता है। पास में आकर वह पिस्टल से उनपर गोली मारने की कोशिश करता है। वहां पर मौजूद लोगों ने हमले को नाकाम कर दिया। इसके बाद बोली दीवार से जा टकराई और सुरक्षाकर्मियों ने तुरन्त नारायण चौड़ा को पकड़ लिया।
सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौड़ा है। चौड़ा बब्बर खालसा इंटरनेशनल का आंतकी रहा है। बताया जा रहा है कि वह 1984 में पाकिस्तान भी गया था। उसका नाम हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में शामिल है। पाकिस्तान में रहने के दौरान नारायण चौड़ा ने कथित तौर पर गरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य को लेकर एक किताब लिखी थी। पुलिस के अनुसार, चौड़ा पहले भी पंजाब की जेल की हवा खा चुका है। अगस्त 2018 में वह पांच साल की सजा काटकर जेल से बाहर आया। बताया जा रहा है कि नारायण चौड़ा के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं।
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा, सुखबीर सिंह बादल जो यहां सेवा कर रहे थे उनके लिए हमने सुरक्षा कड़ी की हुई है। उसमें AIG लेवल के एक अधिकारी, 2 SP, 2 DSP और पौने 200 के करीब बल तैनात हैं। हमारे पुलिस बहुत अलर्ट थे उसी वजह से ये वारदात असफल हुआ। इसमें नारायण सिंह चौड़ा (हमलावर) जिनका पुरान आपराधिक रिकॉर्ड है उनको गिरफ्तार किया गया। मामला दर्ज कर हर एंगल से जांच की जा रही है।
आपको बात दें कि सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त की तरफ से सोमवार को धार्मिक सजा सुनाई गई थी। जब अकाल तख्त की तरफ से सिख समुदाय से जुड़े किसी शख्स को सजा सुनाई जाती है, तो उसको यह माननी पड़ती है। सोमवार को अकाल तख्त ने सुखबीर सिंह पर 2007 से लेकर 2017 तक सत्ता में रहते हुए धार्मिक गलतियां करने के आरोप में सजा सुनाई। बादल पर आरोप है कि उन्होंने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी दिलवाने में मदद की थी। इसके अलावा राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस लेने में भी पूर्व डिप्टी सीएम ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया था।