राष्ट्रीय

आखिरी तीन चरणों में ज्यादातर एनडीए की सीटें दांव पर, BJP के प्रदर्शन पर टिका ‘इंडिया’ का भविष्य

सात चरण में हो रहे लोकसभा चुनाव का आधा पड़ाव पार हो चुका है। अब अंतिम तीन चरण की 164 सीटों पर होने वाले चुनाव से ही इंडिया ब्लॉक का भविष्य भी तय होना है और एनडीए के 400 पार नारे का भी।

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-शादाब अहमद
सात चरण में हो रहे लोकसभा चुनाव का आधा पड़ाव पार हो चुका है। अब अंतिम तीन चरण की 164 सीटों पर होने वाले चुनाव से ही इंडिया ब्लॉक का भविष्य भी तय होना है और एनडीए के 400 पार नारे का भी। पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए भाजपा को इन सीटों पर 2019 का अपना प्रदर्शन दोहराना होगा। क्योंकि, इन सीटों पर भाजपा की जीत का स्ट्राइक रेट करीब 58 फीसदी का है।

इंडिया ब्लॉक के नजरिये से देखें तो गठबंधन के अच्छे भविष्य के लिए भाजपा की सीटों पर सेंधमारी करना जरूरी होगा। यही वजह है कि इन तीन चरणों की अधिकांश सीटों को कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ा है। कांग्रेस उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और जम्मू कश्मीर में सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे के साथ चुनाव मैदान में है।

आखिरी तीन चरण में सबसे अधिक सीटों वाले उत्तर प्रदेश की 41 सीटों पर मतदान होना है। पश्चिम बंगाल की 24, बिहार की 21, ओडिशा की 17, महाराष्ट्र की 13, पंजाब की 13, हरियाणा की 10, झारखंड की 10, दिल्ली की सात, हिमाचल प्रदेश की चार के अलावा जम्मू कश्मीर की दो और लद्दाख व चंढ़ीगढ़ की एक सीट शामिल है। सोमवार (20 मई) को 49 सीटों पर होने वाले पांचवें चरण मतदान के लिए शनिवार को शाम पांच बजे प्रचार समाप्त हो गया।

भाजपा राम मंदिर पर आर-पार के मूड में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के लिए पूरा जोर लगा दिया है। हर तरह के चुनावी पैंतरे किए जा रहे हैं। राम मंदिर को लेकर भाजपा आर-पार के मूड में है। यही वजह है कि मोदी ने यहां तक कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो राम मंदिर पर बुलडोजर चलेगा।

कांग्रेस ने खेला 10 किलो अनाज का नया दांव

कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों के साथ चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। बड़े नेता दमखम दिखा रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा के सरकार में बने रहने से संविधान बदलकर आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा। कांग्रेस ने आखिरी चरणों में 10 किलो मुफ्त अनाज देने का दाव भी चला है।

टीएमसी- बीजेडी की है अलग कहानी

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी तो ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे हैं। चुनाव नतीजों के सामने आने के बाद इनका रुख भी खुलकर सामने आएगा। टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है तो बीजेडी एनडीए से बाहर रहकर उसकी मदद करती रही है।

एनडीए की 110 तो इंडिया की 34 सीट

तीसरे चरण की 164 में से अकेले भाजपा के पास 94 सीट हैं। इनमें सर्वाधिक 31 सीट उत्तर प्रदेश में है। भाजपा के सहयोगियों के पास 16 सीटें हैं। इस तरह से एनडीए के कब्जे में 110 सीट हैं। वहीं कांग्रेस के पास सिर्फ नौ सीट हैं। टीएमसी के पास 18 सीट हैं। कुल मिलाकर टीएमसी समेत इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के पास सिर्फ 34 सीट हैं। इसी तरह अन्य दलों के पास 20 सीट हैं।

Published on:
19 May 2024 08:14 am
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