New Delhi Railway Station Stampede: रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार (ED/IP) के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा, "मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। स्थिति नियंत्रण में है और यात्रियों को विशेष ट्रेन से भेज दिया गया है।'
Delhi Stampede: महाकुंभ 2025 में भाग लेने के लिए शनिवार देर रात मची भगदड़ में 11 महिलाओं और पांच बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई। भगदड़ के बाद पीड़ितों के जूते, कपड़े और प्लेटफार्मों, एस्केलेटर और रेलवे ओवरब्रिज पर बिखरा पड़ा सामान हादसे का दर्द बयां कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। नई दिल्ली स्टेशन भगदड़ की मौतों पर कांग्रेस, TMC, RJD और BJD के कई नेताओं ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। आइए जानते हैं किसने क्या कहा-
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत का कहना है, 'कल जो हुआ वह दुर्घटना नहीं बल्कि नरसंहार था। अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात क्यों नहीं किए गए? रेल मंत्री और विभाग जिम्मेदारी लेने के बजाय लोगों पर आरोप लगा रहे हैं। यह पहली बार है कि दो तरह के कुंभ चल रहे हैं। एक जहां लोग हेलीकॉप्टर से जा रहे हैं और दूसरा जहां लोग भगदड़ में मर रहे हैं। हमें इस VVIP संस्कृति को खत्म करने की जरूरत है। अश्विनी वैष्णव को पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।'
दिल्ली में भगदड़ पर सीएम ममता बनर्जी ने जताया दुख, बेहतर योजना बनाने की मांग की। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ पर BJD उपाध्यक्ष प्रसन्ना आचार्य कहते हैं, 'महाकुंभ में इस तरह की घटना पहले भी दो बार हो चुकी है। कल जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण थी और प्रशासन की ओर से पूरी तरह से कुप्रबंधन थी। दिल्ली प्रशासन, केंद्र सरकार और यूपी राज्य सरकार को अधिक सुरक्षा प्रावधान करने की जरूरत है ताकि चौथी बार ऐसी घटना न हो।"
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव का कहना है, "सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किया है। गरीब लोग लगातार मारे जा रहे हैं। स्टेशन से लेकर घाट तक मौतें हो रही हैं। पूरा देश और बिहार जानना चाहता है कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है। दोषी कौन है? हजारों लोग मारे जा रहे हैं, सरकार को कोई चिंता नहीं है. सरकार सिर्फ अपने PR में लगी है। इंतजाम केवल VVIP टेंट तक ही सीमित हैं। हर जगह कुप्रबंधन है। इसके लिए किसी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।" दुर्घटना में अधिकतर मृतक बिहार के हैं, बिहार सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है, पहले भी घाटों पर कई बिहारियों की मौत हो चुकी है।"
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ पर CPI-M नेता बृंदा करात का कहना है, "प्रथम दृष्टया से पता चलता है कि यह संवेदनहीन कुप्रबंधन का मामला है। प्रयागराज में दुखद भगदड़ (जहां सरकार ने मौतों की वास्तविक संख्या को छिपाने की कोशिश की) के बाद भी उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा है।"
पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बयान पर गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद कहते हैं, "मुझे उन राजनेताओं पर दया आती है जो इतना नकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं और अपमानजनक बयान देते हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें। क्या कोई अन्य सरकार है जो इतना बड़ा आयोजन करने में सफल रही है?"
भारतीय रेलवे ने शनिवार की भगदड़ में जान गंवाने वाले मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। इसके अलावा, हादसे के बाद गंभीर रूप से घायलों के लिए 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों के लिए 1 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है। भारतीय रेलवे उत्तरी CPRO ने मीडिया को बताया कि यह त्रासदी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई जब एक यात्री संतुलन खो बैठा और प्लेटफॉर्म 14 और 15 की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर फिसल गया, जिसके परिणामस्वरूप कई अन्य घायल हो गए। रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार (ED/IP) के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने कहा, "मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की गई है। स्थिति नियंत्रण में है और यात्रियों को विशेष ट्रेन से भेज दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की आवाजाही अब सामान्य है।"