Operation Sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारतीय सेना ने बदला ले लिया है। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के संयुक्त अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया।
Operation Sindoor: भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी और सटीक कार्रवाई करते हुए मंगलवार देर रात लगभग 1:30 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। यह भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना का एक संयुक्त अभियान था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस एयर स्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के प्रमुख शिविर तबाह कर दिए गए।
RAW की मदद से भारतीय सेनाओं ने जिन ठिकानों की पहचान की थी, उनमें से चार पाकिस्तान में और पाँच पीओके में स्थित थे। भारतीय खुफिया सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में 80 से 90 आतंकवादी मारे गए, जिनमें बहावलपुर और मुरीदके के शिविरों में सबसे अधिक 25-30 दहशतगर्द ढेर हुए हैं।
1 बहावलपुर (पाकिस्तान): जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर
2 मुरीदके (पाकिस्तान): लश्कर-ए-तैयबा का शिविर (26/11 हमले से जुड़ा), बॉर्डर से 30 किमी दूर
3 गुलपुर (पीओके): प्रशिक्षण एवं ठहराव केंद्र, एलओसी (पुंछ-राजौरी) से 35 किमी दूर
4 लश्कर कैंप सवाई (पीओके - तंगधार सेक्टर): लश्कर-ए-तैयबा का शिविर, एलओसी से 30 किमी दूर
5 बिलाल कैंप (पीओके): जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड
6 कोटली (पीओके): लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना, एलओसी से 15 किमी दूर
7 बरनाला कैंप (पीओके): संभावित लश्कर/जैश के ठिकाने, एलओसी से 10 किमी दूर
8 सरजाल कैंप (पाक सीमा - सांबा/कठुआ फ्रंट): जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने, इंटरनेशनल बॉर्डर से 8 किमी दूर
9 मेहमूना कैंप (सियालकोट के पास, पाकिस्तान): ज्बुल मुजाहिदीन प्रशिक्षण शिविर, बॉर्डर से 15 किमी दूर
इन शिविरों में बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि पहले ही हो चुकी थी। सैन्य सूत्रों का कहना है कि इन हमलों में जैश और लश्कर के 7 शिविर और हिज्बुल के 2 ठिकाने पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं।
पाकिस्तानी सेना ने भी भारत की कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा है कि भारतीय सेना ने 6 अलग-अलग जगहों पर कुल 24 मिसाइल हमले किए, जिनमें 8 लोगों की मौत और 33 घायल हुए हैं। हालांकि भारत ने इन दावों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, के जवाब में किया गया है। भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ उसकी नीति अब पूरी तरह से “जीरो टॉलरेंस” पर आधारित है।