बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक कार्यक्रम में महिला डॉक्टर को हिजाब हटाने को कहने पर विवादों में हैं। विपक्ष ने उनकी निंदा की है, लेकिन पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने उनका समर्थन किया है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर एक बार फिर बिहार की राजनीति में विवाद खड़ा हो गया है। विपक्ष लगातार एनडीए को घेर रहा है। दरअसल, एक कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने एक महिला डॉक्टर को हिजाब हटाने को कह दिया था।
इस पर सियासत तेज हो गई है। हालांकि, विपक्ष के भारी हंगामे के बाद भी पूर्णिया से सासंद पप्पू यादव ने सीएम नीतीश का साथ दिया है। विपक्ष में होने के बावजूद पप्पू ने सीएम नीतीश की जमकर तारीफ की है।
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वे हिजाब हटाने को पूरी तरह सही नहीं मानते, लेकिन आलोचना रचनात्मक होनी चाहिए।
पप्पू ने आईएएनएस से बात करते हुए हिजाब हटाते समय सीएम के भाव को लेकर कहा कि उन्होंने महिला से अपनी बेटी की तरह बात की।
पप्पू ने आगे कहा कि नीतीश कुमार के व्यवहार में पिता-पुत्री जैसा भाव दिखा। हां यह सच है कि हम हिजाब हटाने को सही नहीं मानते, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर आलोचना नेगेटिव ही हो। निश्चित रूप से हिजाब जबरदस्ती नहीं हटाया जाना चाहिए, लेकिन उनका नजरिया और रवैया एक पिता की तरह थी।
पप्पू यादव ने कहा कि सीएम नीतीश को लेकर इस तरह की आलोचना सही नहीं है। मेरा मानना है कि नीतीश कुमार का कोई गलत इरादा नहीं था। लोगों को अपनी सोच बदलनी चाहिए, हर चीज को गलत तरीके से नहीं देखना चाहिए।
वहीं, मनरेगा का नाम बदलकर वीबी जी राम जी योजना किए जाने के प्रस्ताव पर भी पप्पू ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- हम समझ नहीं पा रहे हैं कि ऐसी सोच कैसे हो सकती है। गांधी के प्रति इतनी नफरत क्यों? गांधी की विचारधारा के प्रति इतनी नफरत क्यों? इतिहास इसे माफ नहीं करेगा, यह गलत है।
पप्पू ने कहा कि मेरा मानना है कि जब सरकार बदलेगी, तो बदले गए सभी नाम वापस लेने चाहिए। इतिहास मिटाने के लिए इतने नाम बदले गए हैं। उन्होंने कहा कि नया इतिहास लिखो। आप पुराना इतिहास कैसे मिटाना चाहते हैं?
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पप्पू ने कहा कि सरकार की सोच औपनिवेशिक और मनुस्मृति वाली है। उन्होंने पहले ही कदम उठा लिए हैं। भाजपा के लोग केवल नाम बदलने का ही काम कर रहे हैं, जबकि विकास के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा है।