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पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसा: उड़ान भरते ही ग्लाइडर खराब, पायलट की मौत और टूरिस्ट घायल

कांगड़ा की प्रसिद्ध बीर- बिलिंग पैराग्लाइडिंग साइट पर एक हादसा हो गया। यहां उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद तकनीकी खराबी के चलते ग्लाइडर नीचे गिर गया। इस हादसे में पायलट की मौत हो गई।

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Dec 28, 2025
हिमाचल में पैराग्लाइडिंग के दौरान हादसा (प्रतीकात्मक तस्वीर)

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां पैराग्लाइडिंग के दौरान एक भयानक हादसा हो गया। इस हादसे में एक अनुभवी पायलट की मौत हो गई और पर्यटक को भी चोटें आई हैं। यह हादसा वर्ल्ड फेमस बीर- बिलिंग पैराग्लाइडिंग साइट पर हुआ है। उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद ही टैंडम पैराग्लाइडर (दो लोगों वाला ग्लाइडर) में कुछ तकनीकी खराबी आ गई जिसके चलते यह हादसा हो गया।

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ग्लाइडर में गड़बड़ी होने के चलते पैराग्लाइडर का बैलेंस बिगड़ा

ग्लाइडर में गड़बड़ी होने के चलते पैराग्लाइडर का बैलेंस बिगड़ गया। इसके बाद वह लॉन्च साइट के नीचे मौजूद सड़क पर जा गिरा। जानकारी के अनुसार यह हादसा शनिवार दोपहर में हुआ है। इस हादसे में पायलट की मौत हो गई। हादसे के बाद मृतक के प्रति सम्मान के तौर पर अधिकारियों और ऑपरेटरों ने एक दिन के लिए सभी पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को रोक दिया था। इस हादसे में मारे गए पायलट की पहचान मंडी जिले के बरोट निवासी मोहन सिंह के रूप में हुई है।

अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में पायलट की मौत

सिंह को इस हादसे में गंभीर चोटें आई थी जिसके चलते उनकी मौत हो गई। जैसे ही सिंह सड़क पर गिरे, वहां मौजूद लोग और बचाव दल तुरंत उन्हें और ग्लाइडर में मौजूद दूसरे पर्यटक को अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन सिंह की रास्ते में ही मौत हो गई थी। दुर्घटना में घायल पर्यटक को अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया और अब वह खतरे से बाहर है। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठे

अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह घटना किसी तकनीकी खराबी के चलते हुई थी या फिर इसके पीछे कोई इंसानी गलती या खराब मौसम जिम्मेदार है। इस घटना ने एक बार फिर पैराग्लाइडिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स वाली जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद से इन जगहों पर इस्तेमाल होने वाली मशीनों और सामानों की रेगुलर जांच, ट्रेनरों के अनुभवी और सर्टिफाइड होने और सुरक्षा के नियमों की सख्ती से पालना होने को लेकर सवाल उठने लगे है।

Published on:
28 Dec 2025 10:24 am
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