हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से भारी तबाही मची है, जिसमें अब तक 85 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में 208 सड़कें बंद हो गई हैं। अगर आप वाहन से हिमाचल की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए जरूरी है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। अब तक इससे 85 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, बीते 24 घंटो 208 सड़कें ब्लॉक हुईं हैं। अगर आप गाड़ी से हिमाचल की तरफ जा रहे हैं। तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के मुताबिक, अब तक 54 मौतें सीधे तौर पर भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बादल फटने जैसी घटनाओं के कारण हुईं हैं, जबकि 31 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुईं हैं।
एसडीएमए ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 204 सड़कें भारी बारिश की वजह से ब्लॉक हो गई हैं, जिनमें मंडी को कोटली होते हुए धरमपुर से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग NH-003 भी शामिल है। इसके अलावा, राज्य भर में 192 वितरण ट्रांसफार्मर (DTR) और 740 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हुई हैं।
बता दें कि मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां सबसे ज्यादा सड़कें (138) ब्लॉक हैं। इतना ही नहीं यहां बिजली-पानी की समस्या की उत्पन्न हो गई है। दोनों की आपूर्ति ठप्प है।
कुल्लू में भारी बारिश के कारण 20 सड़कें ब्लॉक हैं, जबकि सिरमौर और कांगड़ा में भी काफी नुकसान की सूचना मिली है। विभाग ने अपने लेटेस्ट अपडेट में इस बात की जानकारी दी है।
दूसरी ओर, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अधिकारियों ने कहा कि सभी आपातकालीन सेवाएं अलर्ट पर हैं। सड़क संपर्क, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने का काम जारी है।
एसडीएमए ने जनता से संवेदनशील मार्गों, खासकर ऊंचाई वाले और भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों में यात्रा करने से बचने की अपील की है, क्योंकि आने वाले दिनों में और बारिश होने का अनुमान है।
उधर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने बुधवार को मंडी जिले के सेराज विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
उन्होंने पीड़ितों के लिए बग्सियाड़ में स्थापित राहत शिविर का भी निरीक्षण किया और प्रदान की जा रही सहायता पर प्रतिक्रिया ली। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिराज विधानसभा क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य प्रभावी ढंग से चलाए जा रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा फैलाई जा रही गलत सूचनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैंने खुद एक हेलीकॉप्टर से बारिश प्रभावित गलू में राहत सामग्री और राशन पहुंचाया है। बाद में, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान का आकलन किया।