जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार जीते बिना पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने महात्मा गांधी और पाकिस्तान के क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान का जिक्र किया।
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। हार के बाद मीडिया में पार्टी को लेकर कई प्रकार के बयान सामने आ रहे है। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार जीते बिना पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने महात्मा गांधी और पाकिस्तान के क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में संघर्षरत बीजेपी और 1990 के दशक में राजनीतिक रूप से कमजोर नीतीश कुमार का उदाहरण दिया।
राजनीतिक सलाहकार से नेता बने किशोर ने वॉक द टॉक शो के दौरान जन सुराज के अपने पहले चुनाव में शून्य पर आउट होने के बाद यह उनका पहला साक्षात्कार था। उन्होंने कहा कि बिहार जीते बिना पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं है। आप नहीं जानते कि मैं कितना ज़िद्दी हूं।
किशोर ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का उदाहरण दिया, जिन्होंने अपने पहले चुनाव में कई सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी हार गए। उन्होंने कहा कि लेकिन आखिरकार, एक दिन ऐसा आया जब वह जीत गए। महात्मा गांधी हमें दो सीख दी: धैर्य और दृढ़ता; आपको उस पर अडिग रहना है जो आपको सही लगता है। मेरा मानना है कि मैं जो कर रहा हूं वह बिहार के लिए सही है।
चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि आने वाले वालों में कुछ बदलाव हो सकते हैं, लेकिन जन सुराज के कामकाज के तरीके में कोई बुनियादी बदलाव नहीं होगा। उन्होंने शराबबंदी पर अपने रुख का हवाला देते हुए कहा कि वे बिहार में शराबबंदी को खत्म करने का समर्थन करते रहेंगे। किशोर की इस घोषणा से कि अगर जन सुराज चुनाव जीतता है तो वे शराबबंदी खत्म कर देंगे, माना जा रहा है कि इससे पार्टी की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा है और महिला मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग इससे अलग हो गया है।