Ex PM Rajiv Gandhi: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न राजीव गांधी की 81वीं जयंती पर राहुंल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल, सचिन पायलट, कमलनाथ समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
Rajiv Gandhi Birth Anniversary: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित राजीव गांधी की 81वीं जयंती पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने पिता को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि पिता के सपने को पूरा करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 81वीं जयंती पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत पार्टी नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, "एक ऐसा भारत, जहां हर नागरिक को सम्मान मिले, जहां सद्भावना हो, लोकतंत्र और संविधान से देश मजबूती से खड़ा हो। पापा, आपके देखे इस सपने को पूरा करना ही मेरा जीवन लक्ष्य है।"
दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर कहा, "राजीव गांधी ने देश के लिए वो काम किए हैं जो कोई और कर नहीं सकता। ऐसे समय में जब संविधान और लोकतंत्र कमजोर हो रहा हो तो पूर्व पीएम हमें ताकत देते हैं ताकि हम देश की रक्षा कर सकें और देश को आगे बढ़ा सकें।"
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने 'एक्स' पर लिखा, "भारत रत्न’ राजीव गांधी की जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं। प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में उन्होंने दूरदर्शी सोच और प्रगतिशील विचारों के माध्यम से देश को आधुनिक दृष्टि दी और भारत को 21वीं सदी की सोच से जोड़ा। लोकतंत्र में अपनी गहरी आस्था और सशक्तिकरण की भावना को साकार करते हुए उन्होंने पंचायती राज को मज़बूत किया तथा युवाओं को राष्ट्र निर्माण का सक्रिय भागीदार बनाया। आने वाली पीढ़ियों के लिए उन्होंने प्रगति के नए मार्ग खोले और आज के भारत में भी उनके विचारों व कार्यों की अमिट छाप स्पष्ट दिखाई देती है। उनकी सोच और योगदान देश के दिलों में सदैव जीवित रहेंगे।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने एक्स पोस्ट में लिखा, "तकनीकी भारत के शिल्पकार, संचार क्रांति के जनक, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर भावपूर्ण नमन। वे ऐसे युवा प्रधानमंत्री थे जिन्होंने ग्रामीण भारत की प्रतिभाओं को शिक्षा, संचार और नेतृत्व के अवसर दिए। कंप्यूटर और दूरसंचार की क्रांति, पंचायती राज की संवैधानिक व्यवस्था और नवोदय विद्यालय इसके उदाहरण हैं। मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा, "आज, जब हम सद्भावना दिवस मना रहे हैं, हम राजीव गांधी को याद करते हैं, एक असाधारण नेता जिन्होंने लाखों लोगों में आशा की किरण जगाई और भारत को 21वीं सदी में पहुंचाया। भारत के लिए उनकी अनगिनत उपलब्धियां राजीव गांधी की विरासत का प्रतीक हैं और देश में क्रांतिकारी बदलाव लेकर आईं। हम उनकी जयंती पर उन्हें अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।"
उन्होंने आगे लिखा, ''मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति जैसे राजीव गांधी के अभूतपूर्व कदम देश में परिवर्तनकारी बदलाव लेकर आए। हम भारत रत्न, राजीव गांधी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।''
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “विरासत में आप से करुणा, प्रेम और देशभक्ति का धर्म मिला। हम दोनों हमेशा के लिए ये धर्म निभाएंगे। न कोई तोड़ पाएगा, न कोई रोक पाएगा, न कभी हमारे कदम लड़खड़ाएंगे।”
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने लिखा, "भारत रत्न राजीव गांधी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि। उन्होंने हमें आधुनिकता, तकनीक और समावेशिता का विजन दिखाकर भारत की अर्थव्यवस्था को आकार दिया। राजीव गांधी जानते थे कि भारत का भविष्य उसके युवा हैं और उन्होंने मतदान की न्यूनतम आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष करके उन्हें हमारी विकास यात्रा में समान भागीदार बनाया।"
उन्होंने लिखा, "राजीव गांधी के नेतृत्व में, हमने उनके अदम्य साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति के माध्यम से इतिहास बनते देखा, चाहे वह विवादास्पद विवादों को सुलझाने का मामला हो, दूरसंचार क्रांति का मामला हो, या हमारे देश के हितों के लिए अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन बनाने की उनकी असाधारण क्षमता का मामला हो। उनके द्वारा लाए गए पंचायती राज सुधारों ने भारत के उत्थान के लिए गांवों को सशक्त बनाने के महात्मा गांधी के सपने को साकार किया। हम आज भी हमारे देश की अखंडता के लिए उनके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान को याद करते हैं।"
(स्रोत-आईएएनएस)