कांग्रेस में राहुल बनाम प्रियंका की जंग तेज हो गई है। इमरान मसूद ने प्रियंका गांधी को संभावित पीएम उम्मीदवार बताया है।
कांग्रेस में राहुल बनाम प्रियंका की गूंज अब तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने मंगलवार को पार्टी महासचिव और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को संभावित प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर जोरदार समर्थन दिया है और उनकी तुलना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से की है।
मसूद का यह बयान भाजपा की उस आलोचना के जवाब में आया है। जिसमें प्रियंका गांधी पर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा के खिलाफ मजबूती से आवाज न उठाने का आरोप लगाया गया था।
मसूद ने कहा कि प्रियंका गांधी में दक्षिण एशियाई देश से भारत विरोधी बातों का मुकाबला करने का वही संकल्प और क्षमता है, जो उनकी दादी इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को संभालने में दिखाई थी।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा- पिछली बार जब बांग्लादेश में हिंसा हुई थी, तो प्रियंका गांधी ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। पहले प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाइए और फिर देखिए कि वह कैसे जवाब देती हैं, वह बिल्कुल इंदिरा गांधी की तरह हैं।
उन्होंने कहा- जैसे इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दिया था, वैसे ही प्रियंका गांधी ऐसा इलाज करेंगी कि वह देश (बांग्लादेश) भारत विरोधी बातों का अड्डा नहीं बन पाएगा।
जब मसूद से पूछा गया कि अगर प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री बनती हैं तो लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी क्या भूमिका निभाएंगे, तो मसूद ने सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने एक तरह से बात टालने की कोशिश की।
उन्होंने कहा- राहुल गांधी भी वही करेंगे, राहुल और प्रियंका अलग नहीं हैं, वे एक चेहरे की दो आंखों की तरह हैं। वे इंदिरा गांधी के पोते-पोती हैं। आप उन्हें अलग-अलग नहीं देख सकते।
कांग्रेस पारंपरिक रूप से राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए अपना मुख्य चेहरा मानती रही है और मसूद की ये टिप्पणियां विपक्ष के भीतर नेतृत्व व रणनीति को लेकर चल रही राजनीतिक बहस के बीच आई हैं।
राहुल फिलहाल जर्मनी में हैं। अपने भाई की गैरमौजूदगी में पहली बार सांसद बनीं प्रियंका गांधी ने लोकसभा में पार्टी के लिए एक प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने जल्द ही अपनी मौजूदगी का एहसास कराया, वंदे मातरम बहस के दौरान सरकार पर उनके तीखे हमले ने व्यापक ध्यान खींचा।
जब विपक्षी पार्टियों ने VB-G RAM G बिल के विरोध में लोकसभा से वॉकआउट किया, तो वायनाड सांसद प्रियंका गांधी प्रदर्शन में सबसे आगे दिखीं। महात्मा गांधी की तस्वीर हाथ में लेकर, उन्होंने संसद परिसर के अंदर मार्च का नेतृत्व किया और बिल के विरोध में नारे लगाए।