बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ करने पर कांग्रेस ने शशि थरूर को झटका दिया है। पार्टी ने उनकी टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद शशि थरूर एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में हैं। इस बार उन्होंने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ की और कहा, “सार्वजनिक सेवा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता, उनकी विनम्रता और शालीनता, तथा आधुनिक भारत की दिशा तय करने में उनकी भूमिका अमिट है।” हालांकि इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने थरूर को झटका दिया है।
कांग्रेस पार्टी ने शशि थरूर की टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया। पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “ हमेशा की तरह, शशि थरूर अपनी बात खुद ही कह रहे हैं और कांग्रेस उनके हालिया बयान से पूरी तरह अलग है। कांग्रेस सांसद और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य के रूप में उनका ऐसा कहना, कांग्रेस की विशिष्ट लोकतांत्रिक और उदारवादी भावना को दर्शाता है।"
बता दें कि बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ करने के बाद एक बार फिर थरूर की विचारधारा पर सवाल उठने लग गए। इसके अलावा कांग्रेस सांसद पर आडवाणी की भूमिका को छिपाने का भी आरोप लगाया। थरूर के पोस्ट के जवाब में एक वकील ने एक्स पर पोस्ट किया, "माफ कीजिए श्रीमान थरूर, इस देश में 'घृणा के बीज' (खुशवंत सिंह के शब्दों में) फैलाना जनसेवा नहीं है।" उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में आडवाणी की भूमिका का भी जिक्र किया।
तिरुवनंतपुरम के सांसद ने इस पोस्ट का जवाब दिया और लिखा- सहमत हूं @sanjayuvacha, लेकिन उनकी लंबी सेवा को एक प्रकरण तक सीमित करना, चाहे वह कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो, अनुचित है।
उन्होंने आगे कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के करियर की संपूर्णता का आकलन चीन की विफलता से नहीं किया जा सकता और न ही इंदिरा गांधी के करियर का आकलन केवल आपातकाल से किया जा सकता है। मेरा मानना है कि हमें आडवाणी के प्रति भी यही शिष्टाचार दिखाना चाहिए।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पार्टी लाइन से हटकर तारीफ की है। इससे पहले भी उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी की वैश्विक कूटनीतिक पहुंच की सराहना की थी।