कांग्रेस नेता शशि थरूर आज लोकसभा में होने जा रही ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में नहीं शामिल होंगे। कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने अपनी इच्छा से इसमें शामिल होने से मना किया है। जबकि थरूर से सवाल किए जाने पर उन्होंने हंसते हुए कहा- मौन व्रत।
विपक्ष की लगातार मांग के बाद आज आखिरकार लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होने जा रही है। सरकार की तरफ से इस चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। वहीं कांग्रेस की तरफ राहुल गांधी, गौरव गोगोई , प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा, परिणीति शिंदे, शफी परमबिल, मणिकम टैगोर और राजा बराड़ इसमें शामिल होंगे। लेकिन आशचर्य की बात यह है कि, पहलगाम हमले के बाद दुनियाभर के देशों में भारत का पक्ष रखने वाले एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले कांग्रेस सासंद शशि थरूर इस चर्चा में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस का कहना है कि थरूर ने अपनी इच्छा से इस चर्चा में भाग नहीं लिया है जबकि ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस ही उन्हें इस मुद्दे पर बोलने का मौका नहीं देना चाहती है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयानक आंतकी हमला हुआ था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस हमले की जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर नामक एक ऑपरेशन चलाया था और पाकिस्तान में मौजूद आंतकियों के ठिकानों को नष्ट किया था। इस हमले और सैन्य ऑपरेशन को लेकर आज लोकसभा में एक खास चर्चा होगी। लेकिन थरूर इस चर्चा में शामिल नहीं होंगे। इस बारे में सवाल किए जाने पर थरूर ने कोई जवाब नहीं दिया और बस हंसते हुए इतना कहा, मौन व्रत.. मौन व्रत।
सूत्रों के मुताबिक, थरूर ने इस चर्चा में बोलने के लिए कांग्रेस संसदीय दल कार्यालय को अनुरोध भी नहीं भेजा था। बतां दे कि थरूर ने राष्ट्र पहले की बात कहते हुए सरकार के इस कदम का समर्थन किया था। उन्होंने लेख लिख कर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ भी की थी। इसके बाद से कांग्रेस और थरूर के बीच एक व्यापक आंतरिक दरार की खबरें सामने आने लगी। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तो खुले में थरूर के इन बयानों की आलोचना भी की थी।
थरूर जब ऑपरेशन सिंदूर का पक्ष रखने के लिए विदेश यात्रा पर गए थे उस समय से ही कांग्रेस नेता उन्हें लेकर बयानबाजी कर रहे है। खबरों की मानें तो कांग्रेस थरूर के इस कदम से खुश नहीं थी। कांग्रेस का कहना है कि इन प्रतिनिधिमंडल में जाने के लिए सरकार ने उनसे कुछ नाम मांगे थे लेकिन जो भी नाम उन्होंने बताए उन्हें दरकिनार करते हुए सरकार ने शशि थरूर और सलमान खुर्शीद आदि को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया। इस यात्रा के बाद से ही थरूर को लेकर कांग्रेस की नारजगी बढ़ने लगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तो थरूर का नाम लिए बिना यह भी कहा था कि कुछ लोगों के लिए मोदी पहले है देश बाद में।