केरल के कन्नूर में भीषण बम विस्फोट से एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। घटनास्थल पर शव के चिथड़े बिखरे मिले हैं, जिससे विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है। पुलिस को शक है कि यह देसी बम बनाने के दौरान हुआ हादसा है, और जांच जारी है। यह घटना कन्नूर में अवैध बम निर्माण की बढ़ती समस्या को फिर से उजागर करती है।
केरल के कन्नूर में बेम विस्फोट की खबर सामने आई है। कन्नपुरम में शनिवार सुबह एक किराए के मकान में हुए भीषण विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए हैं।
देसी बम से यह विस्फोट होने का संदेह है। बताया जा रहा है कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि शव के चिथड़े उड़ गए और अवशेष घटनास्थल पर बिखरे पड़े मिले।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट में घर मलबे में तब्दील हो गया। विस्फोट में आस-पास के कई घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। पुलिस को संदेह है कि देसी बम बनाते समय यह विस्फोट दुर्घटनावश हुआ होगा।
घर के मालिक, कीझारा गोविंदन ने इसे कन्नूर से लगभग 40 किलोमीटर दूर पय्यान्नूर में स्पेयर पार्ट्स की दुकान चलाने वाले दो लोगों को पट्टे पर दिया था।
मृतकों और घायलों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। बम विस्फोट के समय घर में कितने लोग मौजूद थे। अभी भी इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। विस्फोट के प्रभाव से आस-पास के घर क्षतिग्रस्त हो गए, दीवारें टूट गईं और दरवाजे उखड़ गए।
फोरेंसिक विशेषज्ञ और बम निरोधक दस्ता परिस्थितियों की जांच के साथ साक्ष्य जुटाने के लिए घटनास्थल पर मौजूद हैं। देसी बम विस्फोट ने एक बार फिर कन्नूर जिले में अवैध बम निर्माण के लगातार बढ़ते मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इस क्षेत्र में ऐसी घटनाओं का एक बड़ा इतिहास है, जो अक्सर राजनीतिक संदर्भ में होता है।
अप्रैल 2024 में, सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का एक कार्यकर्ता पनूर में इसी तरह के एक देसी बम विस्फोट में विस्फोटक इकट्ठा करते समय मारा गया था।
उसी वर्ष, थालास्सेरी में एक 90 वर्षीय व्यक्ति की एक निर्जन भूखंड पर मिले स्टील के बम को गलती से उठा लेने के कारण मृत्यु हो गई थी।