दिल्ली ब्लास्ट को अंजाम देने से पहले आतंकी डॉ. उमर ने आखिरी वीडियो में फिदायीन हमले को लेकर मानसिक स्थिति पर बात कही। उसने कहा कि जब कोई व्यक्ति मान लेता है कि वह एक तय समय पर जरूर मरेगा तो यह बेहद खतरनाक स्थिति है।
Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट को अंजाम देने वाला आतंकी डॉ. उमर नबी का वीडियो सामने आया है। उमर ने यह वीडियो ब्लास्ट से पहले बनाया था। इस वीडियो में वह आत्मघाती हमले को लेकर बात कर रहा है। वह वीडियो में कहता है,'लोगों की सबसे बड़ी गलती यह है कि वह ये बात समझ नहीं पाते हैं कि फिदायीन हमला क्या है। यह किसी भी तरह से लोकतांत्रिक नहीं है, न ही किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार किया जा सकता है। इसके विरोधाभास और विरोध में कई तर्क मौजूद हैं।
फिदायीन हमलों की सबसे बड़ी समस्य यह है कि जब कोई व्यक्ति मान लेता है कि वह एक तय समय पर जरूर मरेगा तो यह बेहद खतरनाक स्थिति है। वह खुद को ऐसी जगह खड़ा कर देता है। जहां से उसे लगता है कि मौत ही अंतिम मंजिल है, लेकिन यह सच है कि ऐसी सोच या ऐसी परिस्थितियां किभी भी मानवीय व्यवस्था में स्वीकार नहीं की जा सकती है, क्योंकि यह जीवन, समाज और कानून के बुनियादी सिद्धांतों के खिलाफ है।' यह वीडियो यहीं तक है, इसलिए उमर के आगे के विचार के बारे में अनुमान लगा पाना फिलहाल बेहद मुश्किल है। बता दें कि दिल्ली ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 लोगों की मौत हो चुकी है।
व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़े आतंकी हमास के स्टाइल में रॉकेट और ड्रोन से हमले की प्लानिंग कर रहे थे। NIA की पूछताछ में आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन नबी के एक और साथी, जसीर बिलाल वानी उर्फ दानिश ने इस बात का खुलासा किया है। दानिस को NIA ने चार दिन पहले श्रीनगर से गिरफ्तार किया था। वह जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का रहने वाला है।
NIA ने कहा कि दानिश को छोटे ड्रोन हथियार बनाने का अनुभव है। उनके आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए डॉ. उमर को तकनीकी मदद दी। वह हमले की साजिश में सक्रिय रूप से शामिल था। वह ड्रोन को मॉडिफाई करके आतंकी हमलों के लिए तकनीकी मदद कर रहा था और रॉकेट बनाने की कोशिश भी कर रहा था।