operation sindoor: प्रतिनिधियों ने बताया कि उन्होंने अपने विदेशी दौरों में आतंकवाद के खिलाफ भारत के कठोर रुख और वैश्विक शांति के प्रति भारत की गहरी प्रतिबद्धता को प्रमुखता से उजागर किया।
All Party Delegation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दुनियाभर में पाकिस्तान को बेनकाब कर लौटे डेलीगेशन से मुलाकात की। इस दौरान सभी सदस्यों ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपने अनुभव भी शेयर किए। ये मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी के आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर हुई। पीएम नरेंद्र मोदी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- "विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की और शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता तथा आतंकवाद के खतरे को खत्म करने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की। जिस तरह से उन्होंने भारत की आवाज को आगे बढ़ाया, उस पर हम सभी को गर्व है।"
बता दें कि इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसदों ने 33 देशों की यात्रा की थी, जिसका उद्देश्य "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत भारत के दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करना और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त करना था।
प्रतिनिधियों ने बताया कि उन्होंने अपने विदेशी दौरों में आतंकवाद के खिलाफ भारत के कठोर रुख और वैश्विक शांति के प्रति भारत की गहरी प्रतिबद्धता को प्रमुखता से उजागर किया। उन्होंने यह भी बताया कि इन मुलाकातों के दौरान भारत की साख और विश्व में उसका प्रभाव और मजबूत हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात के दौरान डेलीगेशन के सदस्यों के साथ गहन चर्चा की। यह डेलीगेशन विभिन्न देशों के अधिकारियों और प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर भारत के पक्ष को मजबूती से रखने में सफल रहा। विशेष रूप से, इस दौरे का उद्देश्य पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को स्पष्ट करना और अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना था। "ऑपरेशन सिंदूर" भारत की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत देश ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की और वैश्विक मंच पर इसे उजागर किया। डेलीगेशन ने अपनी यात्रा के दौरान विभिन्न देशों में भारत की इस कार्रवाई को सही ठहराया और वैश्विक नेताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त की।
प्रधानमंत्री मोदी की विभिन्न सांसदों के प्रतिनिधिमंडलों के साथ बैठक पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा उन्होंने हम सभी के साथ एक घंटे से अधिक समय बिताया। वे लॉन में अलग-अलग टेबलों पर गए, लोगों के अलग-अलग समूहों से बात की। हम सभी ने उनके साथ अनौपचारिक तरीके से बातचीत की। यह बिल्कुल भी औपचारिक मुलाकात नहीं थी। यह एक अच्छी, जीवंत, अनौपचारिक बैठक थी...हम सभी ने उनके साथ कई बातें साझा कीं।
वहीं सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की सदस्य और शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "सभी प्रतिनिधिमंडल के सांसदों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाया था। हमने अपने अनुभव उनके साथ साझा किए। जिस काम के लिए हमें भेजा गया था उसके बारे में हमने बात रखी है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने सभी बातों को गौर से सुना और यह एक अनौपचारिक चर्चा थी। प्रतिनिधमंडलों ने जो अपनी बातचीत में लोगों को अवगत कराया, जो उन्होंने अपने संज्ञान में लिया, उसपर चर्चा हुई। अब यह विदेश मंत्रालय पर निर्भर करता है कि जो पौधे यह प्रतिनिधमंडल लगाकर आए हैं कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रों की मुख्यधारा से अलग किया जाए, उसको वो कैसे आगे लेकर जाएंगे।