Vande Mataram debate in Lok Sabha: विपक्ष पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् पूर्ण लेकिन अपूर्ण बनाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस ने वंदे मातरम् को खंडित करने का फैसला किया है।
Vande Mataram debate in Lok Sabha: संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम पर लंबी बहस हुई। चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम के साथ न्याय नहीं हुआ और राष्ट्रीय गीत को दरकिनार कर दिया गया। संसद में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वंदे मातरम के साथ जो न्याय होना चाहिए था, वह नहीं हुआ। वंदे मातरम को हाशिए पर रखा गया, इसे एक अतिरिक्त गीत की तरह माना गया।
लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् से अंग्रेज बहुत डरते थे। वंदे मातरम् इतिहास-वर्तमान से जुड़ा है। वंदे मातरम् ने नई चेतना जगाई थी; इसने देश को जगाया है। राजनाथ ने कहा कि वंदे मातरम सिर्फ बंगाल तक सीमित नहीं रहा है। विदेशों में बसे भारतीयों ने भी वंदे मातरम गाया है।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वंदे मातरम् पूर्ण है लेकिन अपूर्ण बनाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस ने वंदे मातरम् को खंडित करने का फैसला किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि वीरों के पत्र वंदे मारतम से शुरू होते थे। वंदे मातरम राष्ट्रीय भावना की अभिव्यक्ति है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत दोनों को समान दर्जा दिया जाना था, लेकिन वंदे मातरम को दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आज़ाद भारत में यह तय किया गया था कि राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को 'समान दर्जा दिया जाएगा। राष्ट्रगान, जन गण मन, हमारी संस्कृति का हिस्सा बन गया, लेकिन वंदे मातरम को एक अतिरिक्त गीत की तरह समझा गया। सिंह ने यह टिप्पणी वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर लोकसभा में चर्चा के दौरान की।