वीएचपी नेता सुरेंद्र गुप्ता ने रविवार को ऐतिहासिक स्थलों के निरीक्षण और विवादों पर अपनी राय दी। नाम बदलने की प्रक्रिया पर गुप्ता ने कहा कि सड़कों और मार्गों के नाम बदले जा सकते हैं, लेकिन किसी व्यक्ति के नाम पर बने स्थान का नाम बदलना ठीक नहीं।
Aurangzeb tomb row: देशभर में इन दिनों औरंगजेब की कब्र को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। इसी बीच अब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने ऐतिहासिक स्थलों के निरीक्षण और विवादों पर अपनी राय रखी है। सुरेंद्र गुप्ता ने हुमायूं का मकबरा देखने के दौरान कहा कि वे यहां इसलिए आए हैं ताकि यह समझ सकें कि यह स्थान कितना बड़ा है। उस कालखंड की कौन-कौन सी गतिविधियां के बारे में बताया गया है। क्या यहां पर उस समय के दूसरे नायकों-नायिकाओं के बारे में भी सोचा जा सकता है। यह भी देखना चाहते है कि ऐसे स्थान को लेकर अचानक विवाद क्यों पैदा हो गया।
सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि वीएचपी इन स्थानों का निरीक्षण कर एक रिपोर्ट तैयार करने जा रही है, जिसे बाद में मीडिया के सामने पेश किया जाएगा। नाम बदलने की प्रक्रिया पर उन्होंने कहा कि सड़कों और मार्गों के नाम बदलने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन किसी व्यक्ति के नाम पर बने स्थान का नाम बदलना उचित नहीं है। इतिहास को सिर्फ एक व्यक्ति के नाम पर सीमित नहीं करना चाहिए। उनका मानना है कि पूरे कालखंड को संरक्षित करना चाहिए, जिसमें उस समय के सभी नायक, नायिकाएं, महापुरुष, सामाजिक और धार्मिक नेता शामिल करना चाहिए।
दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि आगामी पीढ़ी को इतिहास को सही संदर्भ में दिखाना हम सभी का दायित्व है। इतिहास में सिर्फ आक्रांताओं को जगह देना नाइंसाफी होगी। जो लोग बाहर से आए और यहां दमन करते रहे, केवल उन्हें ही नहीं, बल्कि संघर्ष करने वालों और बलिदान देने वालों को भी बराबर का सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक लोग जानबूझकर विवाद पैदा कर समाज में तनाव बढ़ाने का प्रयास कर रहे है।