Manipur Violence: मणिपुर के कांगपोकपी जिले के विभिन्न हिस्सों में कुकी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच शनिवार को हुई झड़पों में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
Manipur Violence: मणिपुर में कुकी और मैतेई बहुल इलाकों में करीब 2 साल बाद आठ मार्च को फ्री ट्रैफिक मूवमेंट शुरू हुआ। इस दौरान मणिपुर के कांगपोकपी जिले में हिंसा भड़क गई। बताया जा रहा है कि हिंसक झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। वहीं, सुरक्षाकर्मी सहित दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए है। मृतक की पहचान लालगौथांग सिंगसिट के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि 30 वर्षीय सिंगसिट को कीथेलमानबी में हुई झड़पों के दौरान गोली लगी और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मुक्त आवागमन निर्देश का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा बलों द्वारा तितर-बितर करने की कोशिश के बाद शनिवार को कांगपोकपी जिले में कई झड़पे हुए है। इस दौरान एक शख्स की जान चली गई। इसके अलावा सुरक्षा बलों सहित करीब 27 लोग जख्मी हुए है।
पुलिस ने बताया कि गमगीफाई, मोटबंग और कीथेलमानबी में सुरक्षा बलों के साथ झड़पों के दौरान दो दर्जन से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को विभिन्न प्रकार की चोटें आईं, जिन्हें इलाज के लिए पास के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
कुकी बहुल जिले में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं, जब पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी, क्योंकि वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्य भर में मुक्त आवाजाही की अनुमति देने के निर्देश का विरोध कर रहे थे।
स्थिति तब और खराब हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने निजी वाहनों में आग लगा दी और इम्फाल से सेनापति जिले जा रही राज्य परिवहन की बस को रोकने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों ने एनएच-2 (इंफाल-दीमापुर राजमार्ग) को भी अवरुद्ध कर दिया और सरकारी वाहनों की आवाजाही में बाधा डालने के लिए टायर जलाए।