मालिक बनाम मैनेजमेंट : नारायण मूर्ति करते रहे हैं हफ्ते में 70 घंटे काम की वकालत
नई दिल्ली. इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति हफ्ते में 70 घंटे काम की वकालत करते रहे हैं, जबकि उनकी कंपनी में इससे उलट अभियान चल रहा है। मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को सलाह दी है कि हर दिन 9.15 घंटे से ज्यादा काम नहीं करें। उन्हें हफ्ते में सिर्फ पांच दिन काम करना है। कंपनी कर्मचारियों के काम के घंटों की निगरानी कर रही है। ज्यादा समय तक ऑफिस का काम करने पर कंपनी का इंटरनल सिस्टम उन्हें अलर्ट भेजता है।कंपनी ने कर्मचारियों को ई-मेल भेजना शुरू किया है। इसमें उनके हफ्ते के काम के घंटों का ब्योरा होता है। अगर किसी कर्मचारी ने हफ्ते में निर्धारित समय से ज्यादा काम किया है तो ई-मेल में इससे स्वास्थ्य पर होने वाले नकारात्मक असर को लेकर अलर्ट किया जाता है। निगरानी सिर्फ ऑफिस आने वाले कर्मचारियों की नहीं हो रही है, बल्कि उन कर्मचारियों को भी ट्रैक किया जा रहा है, जो वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। एक कर्मचारी ने बताया, हमें हफ्ते में 5 दिन रोज 9.15 घंटे काम करने को कहा जा रहा है। अगर हम इससे ज्यादा काम करते हैं तो सिस्टम अलर्ट भेज देता है। ई-मेल में कर्मचारी की महीनेभर की औसत कार्य अवधि दर्ज होती है।
हाइब्रिड मॉडल के कारण शुरू हुई पॉलिसी
कंपनी ने हाइब्रिड वर्क मॉडल लागू किया है। इसके तहत एचआर टीम हर महीने कर्मचारियों की रिमोट वर्किंग की अवधि की समीक्षा करेगी। अगर कोई कर्मचारी तय घंटे से ज्यादा काम करेगा तो उसे विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसमें बताया जाएगा कि कितने दिन रिमोट वर्क हुआ और हर दिन औसतन कितने घंटे काम किया गया।
काम और निजी जीवन में संतुलन जरूरी
ई-मेल में कर्मचारियों को याद दिलाया जाता है कि काम और निजी जीवन में संतुलन बनाए रखना जरूरी है। कंपनी का मानना है कि समय पर ब्रेक लेना, काम के रीडिस्ट्रिब्यूशन की जरूरत पर मैनेजर को सूचित करना और अनावश्यक वर्क कॉल्स को कम करना जरूरी है। एचआर विभाग ने ई-मेल में कहा, हम आपके समर्पण की सराहना करते हैं, लेकिन यह भी मानते हैं कि स्वस्थ वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखना आपकी सेहत और पेशेवर सफलता के लिए जरूरी है।
आइटी पेशेवरों की सेहत को लेकर चिंता
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब आइटी पेशेवरों के बीच दिल की बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर चिंता बढ़ रही है। लगातार लंबे समय तक काम करने, अनियमित खान-पान और पर्याप्त नींद नहीं लेने से आइटी पेशेवरों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।