
अरविंद केजरीवाल ने रेखा सराकर पर पलटवार करते हुए उठाए गंभीर सवाल
दिल्ली की प्रदूषित हवा इन दिनों सबसे बड़ी परेशानी बन चुकी है। वहां का AQI लगातार गंभीर श्रेणी में बना हुआ है, जो सेहत के लिए हानिकारक है। सुबह के समय धुंध, स्मॉग और कोहरे की इतनी मोटी परत छाई रहती है कि वहां के लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया है। रेखा सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठाने की बात कर रही है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए हस्तक्षेप किया है, लेकिन इतने उपायों के बाद भी जमीनी स्तर की कहानी कुछ और ही कह रही है। इन सब के बीच पार्टियों में आपस में आरोप प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। हाल ही में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा ने प्रदूषण से संबंधित कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पीर्टी पर प्रदूषण बढ़ाने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मौजूदा हालातों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार के दस साल के कार्यक्रम में उन्होंने कभी इतना भयंकर प्रदूषण नहीं देखा। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में हालात बिगड़ने से पहले ही सख्त कदम उठा लिए जाते थे। उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि रेखा सरकार प्रदूषण कम करने की जगह आधिकारिक तौर पर AQI को कम दिखाने में लगी है। उसके आगे उन्होंने कहा कि जब देश की राजधानी ही गैस चैंबर बन जाए और देश के प्रधानमंत्री को इससे कोई लेना देना ही नहीं है तो ऐसी जगह साफ हवा कैसे ही मिल सकती है?
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री की इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी चिंता वाली बात यह है कि दिल्ली में हालात इतने बिगड़ गए हैं, फिर भी हमारे पीएम चुप बैठे हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा जब तक केंद्र सरकार ही इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेगी, तब तक दिल्ली में साफ हवा हो पाना मुश्किल है। इसके अलावा कॉन्फ्रेंस में चीन की राजधानी बीजिंग का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां सरकार ने कड़े कदम उठाकर प्रदूषण को कम करके दिखाया और यहां दिल्ली और केंद्र दोनों ही लेवल पर प्रदूषण कम करने की इच्छाशक्ति कम दिखती है।
अरविंद केजरीवाल ने रेखा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ आंकड़ों के साथ खेलने में लगी हुई है। उनका कहना है कि AQI नापने वाली मशीनों के आसपास पानी छिड़क कर रीडिंग कम दिखाने की कोशिश की जा रही है और इतनी चालाकी के बाद भी स्तर 400-500 से नीचे नहीं आ पा रहा है। केजरीवाल का कहना है कि जिस तरह का दमघोंटू माहौल बना हुआ है, उसके अनुसार असल में AQI बहुत ज्यादा है। उनके अनुमान के अनुसार AQI 700 से 800 के आसपास है। साथ ही उनका मानना है कि ग्रैप-4 को समय से नहीं लागू किया गया और लागू करने के बाद भी आदेश सिर्फ कागजों तक सिमटे रह गए। उनका आरोप है कि निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है।
बुधवार को प्रदूषण से संबंधित हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा ने आरोप लगाए थे कि आम आदमी पार्टी से जुड़ा नेता जगह-जगह कचरे को जलाते हैं, जिससे प्रदूषण बढ़े और उसके बाद रेखा सरकार को घेरे में ले सके। उन्होंने इसे आम आदमी पार्टी की रणनीति का नाम दिया। इसके साथ ही उनका आरोप था कि जब अरविंद केजरीवाल की सरकार थी, तो प्रदूषण के हालात वर्तमान स्थिति से बेकार थे। साथ ही उन्होंने यह कहा था कि पिछले 10 सालों की मार आज भी दिल्ली झेल रही है।
Updated on:
18 Dec 2025 06:40 pm
Published on:
18 Dec 2025 06:38 pm
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