साथी बनाम जुनून : गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट ने युवाओं को दी चेतावनी
न्यूयॉर्क. गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट ने ‘परफेक्ट’ एआइ (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के दावों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो युवा एआइ चैटबॉट रूपी साथी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हैं, वे पहले से ज्यादा अकेले हो सकते हैं। इसके नतीजे खतरनाक होंगे।न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक उद्यमी और स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रोफेसर स्कॉट गैलोवे के पॉडकास्ट में 68 साल के एरिक श्मिट ने कहा, कल्पना करें कि एआइ गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड दिखने में और भावनात्मक रूप से परफेक्ट हैं। वे दिमाग पर इस हद तक कब्जा कर लेते हैं कि आप उनके अलावा किसी और के बारे में सोचना छोड़ देते हैं। यह आभासी मोह आपको परिवार और बाकी दुनिया से काट देता है। आप अकेलेपन और अवसाद से घिरने लगते हैं। इस तरह का जुनून खासकर उन युवाओं में ज्यादा पैदा होता है, जो पूरी तरह विकसित नहीं हैं। एरिक श्मिट ने युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी नौबत नहीं आनी चाहिए कि एआइ गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड आपकी सोच को तय करने लगें।
हर बुराई और अच्छाई तक बच्चों की पहुंच
पोडकास्ट में प्रोफेसर गैलोवे ने पूछा, क्या उन्हें लगता है कि एआइ गर्लफ्रेंड अकेलेपन को बदतर बना सकती है और स्त्री-द्वेष जैसी बड़ी सामाजिक समस्याओं को जन्म दे सकती है? गूगल के पूर्व बॉस ने कहा, अकेलापन अपने आप में सबसे बड़ी समस्या है। चिंता की बात यह है कि सोशल मीडिया से 12 या 13 साल के बच्चे को दुनिया की हर बुराई और अच्छाई तक पहुंच मिल जाती है।
सामाजिक तौर पर जागरूकता की जरूरत
एरिक श्मिट ने याद दिलाया कि एआइ गर्लफ्रेंड के जुनून मे अमरीका के फ्लोरिडा में 14 साल के लडक़े ने इस साल की शुरुआत में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने कहा कि एक सीमा के बाद माता-पिता अपने किशोर बच्चों को दिखाई जा रही ऑनलाइन सामग्री को नियंत्रित नहीं कर सकते। बच्चों और युवाओं में सामाजिक तौर पर जागरूकता पैदा करने की जरूरत है।