तबादला प्रक्रिया के बावजूद ज्यादातर थानों को नहीं मिले सीआई, ज्यादातर में एसआई प्रभारी नियुक्त, पुलिस निरीक्षकों से ज्यादा उप निरीक्षकों की कमान में अधिक थाने, तबादला प्रक्रिया के बावजूद नहीं बदली तस्वीर
हनुमानगढ़. पुलिस विभाग में स्थानांतरण की उठापटक के बावजूद अब भी पहले की तरह ही डबल स्टार अफसर थ्री स्टार अफसरों पर भारी पड़ रहे हैं। ऐसे में तबादलों की तमाम उथल-पुथल के बाद भी थानों की कमान थ्री स्टार अधिकारी को देने संबंधी मापदंडों की पालना नहीं हो सकी है। फिलवक्त, जिले में पुलिस निरीक्षकों से ज्यादा उप निरीक्षकों की कमान में ज्यादा थाने हैं। इसमें स्थानांतरण की प्रक्रिया के बाद तो बढ़ोतरी हुई है।
यह स्थिति कमोबेश प्रदेश के लगभग हर जिले में देखी जा रही है। हालांकि तर्क यह दिया जाता है कि पुलिस महकमे में पुलिस निरीक्षकों का टोटा है। यह कमी दूर करने की जिम्मेदारी भी पुलिस विभाग और सरकार की ही है। समय पर भर्ती व पदोन्नति करने के साथ ही थाना प्रभारी नियुक्त करने में नियमों की कड़ाई से पालना होगी तभी मापदंडों की पालना हो सकेगी। क्योंकि कई बार देखने में आता है कि पुलिस निरीक्षक उपलब्ध होने के बावजूद उप निरीक्षक को थाना सौंप दिया जाता है।
जिले में टाउन, जंक्शन, भादरा, नोहर, पीलीबंगा, टिब्बी, साइबर थाना व रावतसर थाने में सीआई प्रभारी नियुक्त हैं। जबकि महत्वपूर्ण व बड़े थानों में शुमार संगरिया व महिला थाने में फिलहाल एसआई ही प्रभारी हैं। जबकि इन थानों में अधिकांशत: पुलिस निरीक्षक ही प्रभारी लगते रहे हैं।
संगरिया में तेजवंत सिंह, महिला थाने में सविता डाल, खुईयां में जगदीश पांडर, फेफाना में नरेन्द्र कुमार, भिरानी में सुरेन्द्र मीणा, नहरी पानी सुरक्षा एवं चोरी निरोधक थाना नोहर में विजेन्द्र शर्मा नियुक्त हैं, यह सभी एसआई हैं। इसी तरह गोलूवाला, सदर, तलवाड़ा झील, पल्लू व गोगामेड़ी थाने में भी उप निरीक्षक प्रभारी नियुक्त हैं।
स्थानांतरण की प्रक्रिया से पहले जिले के कुल 19 थानों में से नौ थानों में सीआई तैनात थे और शेष 10 थानों में एसआई प्रभारी नियुक्त थे। तबादला प्रक्रिया के बाद अब 19 में से आठ थानों की कमान ही सीआई के पास है। जबकि शेष 11 थानों को एसआई संभाल रहे हैं।