डीसीसी कार्यालय में बैठक, निष्क्रिय पदाधिकारियों की छुट्टी पर जोर, बैठक में नजर आई आपसी फूट, एक गुट ने पार्टी जिलाध्यक्ष पर ही जड़ दिए गंभीर आरोप, जिला कांग्रेस हनुमानगढ़ की बैठक, बोले वक्ता कि जो गद्दार नजर आए वो संगठन से बाहर निकाला जाए
हनुमानगढ़. डीसीसी कार्यालय में कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया। साथ ही डीसीसी से उन पदाधिकारियों की छुट्टी करने की बात कही गई जो संगठनात्मक गतिविधियों में भाग लेने में रुचि नहीं रखते हैं। हालांकि संगठन की मजबूती की घुट्टी के बावजूद बैठक में आपसी फूट उस समय नजर आई जब एक गुट ने जिलाध्यक्ष का ही विरोध करते हुए हंगामा किया। जबकि वक्ताओं ने किसी का नाम लिए बगैर विधानसभा चुनाव में पार्टी से गद्दारी करने का आरोप लगाते हुए ऐसे लोगों को संगठन से बाहर करने की बात कही।
इसे पहले संगठनात्मक विषयों पर चर्चा करते हुए पीसीसी प्रभारी महामंत्री पूसाराम गोदारा व डीसीसी अध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी ने संगठन के बूथ से लेकर जिले तक के सभी रिक्त पदों को भरने के लिए पात्र कार्यकर्ताओं के चयन के निर्देश दिए। निर्णय लिया गया कि संगठनात्मक पदों पर नियुक्त पदाधिकारी बिना किसी कारण के संगठन की बैठकों में लगातार तीन बार अनुपस्थित रहेंगे तो उन्हें पद से हटाकर सक्रिय कार्यकर्ताओं को अवसर दिया जाएगा। बैठक में नोहर विधायक अमित चाचाण, पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल, जिला प्रमुख कविता मेघवाल, पीसीसी सचिव मनीष मक्कासर, नोहर प्रधान सोहन ढिल, पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़, गुरदीप चहल, इशाक खां, पूर्व उपसभापति अनिल खीचड़, सरपंच नवनीत संधू, कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष अश्विनी पारीक, देवीलाल मटोरिया, गुरमीत चन्दड़ा, बलवीरसिंह सिद्धू आदि मौजूद रहे।
बैठक के दौरान पूर्व विधायक चौधरी विनोद कुमार समर्थकों ने जिलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी पर पार्टी को कमजोर करने का गंभीर आरोप जड़ दिया। दादरी समर्थकों ने इसका विरोध किया तो हंगामा हो गया। कांग्रेस पदाधिकारियों ने समझाइश कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया। मगर काफी समय तक शोर-शराबा होता रहा। दादरी समर्थकों ने आरोपों का विरोध करते हुए जिलाध्यक्ष के तौर पर उनके कार्यकाल को सबसे सफल बताया। वहीं कई वक्ताओं ने विधानसभा चुनावों में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों को गद्दार बताते हुए कार्रवाई की मांग की गई।