अहमदाबाद में साबरमती गुरुकुलम् में आयोजित आर्य उत्सव - वार्षिक महोत्सव में राज्यपाल आचार्य देवव्रत एवं अन्य लोग उपस्थित रहे। गुरुकुल के बच्चों को राज्यपाल ने प्रोत्साहित किया।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा है कि गुरुकुल में बच्चों के जीवन का उचित निर्माण होता है। गुरुकुल में पढ़ते बच्चे जीवन के किसी भी संघर्ष के सामने लड़ने में सक्षम होते हैं। शहर के रामनगर स्थित साबरमती गुरुकुलम् में आयोजित आर्य उत्सव - वार्षिक महोत्सव में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि गुरुकुल से प्राप्त ज्ञान से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है। गुरुकुल में गरीब हो या अमीर सभी को समान शिक्षा प्राप्त होती है, जिसका श्रेष्ठ उदाहरण कृष्ण और सुदामा हैं, जिन्होंने एक ही गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त की थी।
साबरमती गुरुकुलम् के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि गुरुकुलम् बच्चों में भारतीय संस्कृति और जीवन के सच्चे मूल्यों का सिंचन करता है। इतना ही नहीं आने वाली पीढ़ी को सही दिशा में मोड़ने का कार्य साबरमती गुरुकुलम् द्वारा किया जा रहा है, जो कि बहुत ही गर्व की बात है। भारत एक विचारधारा और एक संस्कृति है। हमें सभी को गुरुकुल परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए। साबरमती गुरुकुलम् के आर्थिक सहयोग के लिए राज्यपाल ने 5 लाख रुपए दान स्वरूप दिए।
राज्यपाल ने तेजस्वी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त साबरमती गुरुकुलम् के ऋषिकुमारों की ओर से वैदिक गणित की प्रस्तुति, "एकटुकड़ा ज़मीन का" नाटक, मल्लखंभ, जिम्नास्टिक, योग साधना, न्यायशास्त्र तथा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई। सामाजिक अग्रणी संयम शाह, साबरमती गुरुकुलम् के संचालक उत्तमशाह, ट्रस्टी वंशीराज समेत कई लोग उपस्थित थे।