Cyber fraud is happening in Katni
कटनी. साइबर ठगों के निशाने पर सबसे ज्यादा आम आदमी है। जानकारी के अभाव व घबराहट में आकर कई बार हैकर के जाल में फंसकर नुकसान कर बैठते हैं। पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को साइबर सेल व कोतवाली पुलिस ने कटनी रेलवे स्टेशन के बाहर यात्रियों, वाहन चालकों व शहरवासियों को साइबर अपराधों से बचने जागरूक किया। उन्हें इनसे बचने के उपाए बताए।
साइबर सेल प्रभारी एसआइ रूपेश राजपूत ने कहा कि साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। सावधानी इससे बचने का सबसे बड़ा हथियार है। फिर भी धोखा हो जाता है। उन्होंने बताया कि कई बार ठगी करने वाले आपको भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करते हैं। वे इस तरह बात करते हैं कि उनकी बातें सच लगने लगती हैं। कोई जांच एजेंसी के नाम पर ठगी करता है तो कोई ऑफर का लालच देकर अपने झांसे में लेता है। डिजिटल कॉल के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट करते है और पैसों की मांग की जाती है। ऐसी घटना यदि आपके साथ होती है तो सीधे संबंधित थाने में संपर्क करें और नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
मोबाइल फोन में पासवर्ड नहीं रखें
एसआइ अरूणपाल सिंह ने कहा कि मोबाइल फोन पर भूलकर भी जरूरी पासवर्ड नहीं रखें। हैकर आसानी से इन तक पहुंच सकता है। स्पेम मेल या अनधिकृत लिंक मोबाइल या लैपटॉप में आती हैं तो उन्हें क्लिक नहीं करें। लैपटॉप को हैक करना ज्यादा आसान होता है। ऐसे में इसका उपयोग करने के लिए सबसे पहले एंटी वायरस जरूर डालें। हैकर यदि असुरक्षित फाइल भेजता है तो साफ्टवेयर उसे नष्ट कर देता है। किसी भी चीज का पासवर्ड सरल नहीं बनाएं, उसमें शब्द, अंक और विशेष चिन्ह शामिल करें।
बताया कैसे करें ठगी से बचाव
इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस अफसरों से सवाल भी किए। पूछा कि यदि वे ठगी का शिकार हो जाते हैं तो इससे बचाव कैसे करें। इस पर एसआइ महेन्द्र जायसवाल ने कहा कि पहली बात तो यदि आपके साथ साइबर ठगी हो जाती है तो सबसे पहले साइबर पुलिस को कॉल करें। मोबाइल और लैटटॉप को री स्टार्ट कर दें। ऐसे में हैकर का दोबारा जुडऩा कठिन हो जाता है। डराने या धमकाने वाला मैसेज या कॉल आने पर बातों को छिपाएं नहीं। इससे हैकर आपकों को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। प्रधान आरक्षक अजीत मिश्रा ने बताया कि अगर साइबर ठगी का शिकार होते हैं तो इस घटना से तत्काल अपने बैंक के कस्टमर केयर पर सूचना दे और बैंक से ट्रांजक्शन ब्लाक करने या रिवर्स करने की रिक्वेस्ट करें। इसके साथ ही साइबर क्राइम में रिपोर्ट करें और 1930 पर काल करे, यह नेशनल हेल्पलाइन नंबर है।
ऐसे कर सकते हैं साइबर ठगी से बचाव