Gwalior News: निजामुद्दीन-कन्याकुमारी सुपर फास्ट एक्सप्रेस ( Thirukkural Express) का ग्वालियर में नहीं था स्टॉपेज, धीमी गति देख ट्रेन में चढ़ते वक्त हुए हादसे का शिकार, रेलवे कर्मचारियों की मदद से पहुंचाया अस्पताल
Gwalior News: झांसी में पदस्थ रेलवे के चीफ टिकट इंस्पेक्टर (CTI) राजेश द्विवेदी शनिवार सुबह चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में पटरियों पर गिर गए, जिससे ट्रेन से उनके दोनों पैर कट गए। निजामुद्दीन-कन्याकुमारी सुपर फास्ट एक्सप्रेस ( Thirukkural Express) का ग्वालियर में स्टॉपेज नहीं होने के बाद भी उन्होंने उसमें चढ़ने का प्रयास किया। रेलवे कर्मचारियों की मदद से उन्हें जेएएच पहुंचाया गया। बाद में उनके परिजन ने उन्हें गोला का मंदिर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
सीटीआइ राजेश द्विवेदी हर दिन झांसी से ग्वालियर तक फ्लाइंग स्क्वाॅड में चलते हैं। शनिवार को ग्वालियर से झांसी जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। सुबह 9.49 बजे आउटर से निकल रही ट्रेन निजामुद्दीन- कन्याकुमारी सुपर फास्ट एक्सप्रेस
(Thirukkural Express) की गति धीमी हुई तो दौड़कर वह उसमें चढ़ने का प्रयास किया।
रेलवे में टीटीई की अलग-अलग ड्यूटी रहती है। कुछ टीटीई ट्रेनों में चलते हैं, कुछ टीटीई को ट्रेनों में फ्लाइंग स्क्वाॅड के रूप में चैकिंग के साथ प्लेटफॉर्म पर चैकिंग में लगाया जाता है। इन सभी टीटीई को टारगेट दिया जाता है। वह महीनेभर टारगेट पूरा करने में जुटे रहते हैं।
यह घटना सुबह 9.49 बजे की है। इससे पहले ग्वालियर पूना एक्सप्रेस में एक मरीज की हालत बिगड़ने पर एंबुलेंस को बुलाया गया था। इसके लिए एंबुलेंस प्लेटफॉर्म एक के बाहर खड़ी थी। जैसे ही यह घटना हुई तो इससे सीटीआइ को तुरंत जेएएच के टॉमा सेंटर भेजा गया।
सीटीआइ को देखने के लिए झांसी मंडल के डीआरएम दीपक कुमार सिन्हा, सीनियर डीसीएम अमन वर्मा सहित कई अधिकारी शाम को गोले का मंदिर स्थित अस्पताल में पहुंचे। जहां डॉक्टरों से सीटीआइ के बारे में जानकारी ली।
ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में यात्रियों के गिरने कई घटनाएं हो चुकी हैं। यात्री ट्रेन में बैठने के चक्कर में प्लेटफॉर्म और पटरी तक पहुंच जाते है। लेकिन रेलवे सीटीआइ भी इस तरह से जल्दबाजी में ट्रेन में चढ़ते हैं, ऐसा मामला पहलीबार देखने में आया है।