मेले में 167 निजी नियोजक शामिल हुए। नियोजकों की ओर से अलग-अलग काउंटर लगाए गए। इस दौरान युवाओें ने अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी के लिए पूछताछ की। मेले में 70 फीसदी युवा 10 वीं, 12 वीं, आईटीआई और बीए डिग्रीधारी पहुुंचे।
-रोजगार मेला : 13 हजार युवा मेले में पहुंचे, इनमें 70 फीसदी 10, 12, बीए और आईटीआई
-- मेले में 167 निजी नियोजकों ने प्रशिक्षण के लिए 160 आशार्थियों का चयन किया
जयपुर। पढ़े-लिखे बेरोजगार नौकरी के लिए किस कदर भटक रहे हैं। इसकी बानगी कॉमर्स कॉलेज में गुरुवार को आयोजित हुए रोजगार मेले में देखने को मिली। रोजगार विभाग की ओर से आयोजित मेले में 13 हजार युवाओं ने भाग लिया। मेले में 167 निजी नियोजक शामिल हुए। नियोजकों की ओर से अलग-अलग काउंटर लगाए गए। इस दौरान युवाओें ने अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी के लिए पूछताछ की। मेले में 70 फीसदी युवा 10 वीं, 12 वीं, आईटीआई और बीए डिग्रीधारी पहुुंचे। इस दौरान इन युवाओं को 12 से 15 हजार रुपए तक नौकरी का ऑफर मिला तो सैलरी सुनकर युवा मायूस नजर आए। इसके अलावा मेले में स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, आईटीआई, नर्सिंग, पॉलिटेक्निक सहित सभी योग्यताधारी भी युवा पहुंचे। रोजगार मेले में निर्माण, लॉजिस्टिक, होटल, बैंकिंग, मेडिकल, सूचना प्रौद्योगिकी, फार्मा, सिक्योरिटी, ई-कॉमर्स, कॉल सेंटर, बीमा सहित विभिन्न क्षेत्रों से निजी नियोजक शामिल हुए। इन नियोजकों के पास करीब 5 हजार से अधिक रिक्तियां थी। दरअसल, राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर राज्य स्तरीय रोजगार मेले का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा युवाओं को संबोधित करने पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने निजी कंपनी में रोजगार प्राप्त करने वाले चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने विभिन्न कंपनियों की स्टॉल का अवलोकन किया और जानकारी ली।
--राज्य सरकार युवा नीति भी जल्द लाएगी।
युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। पांच साल में 4 लाख सरकारी एवं 6 लाख निजी रोजगार के अवसर सृजित करने के क्रम में अब तक लगभग 92 हजार सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और 1.53 लाख से अधिक पदों पर भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, निजी क्षेत्र में भी 2 लाख से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवा नीति भी जल्द लाएगी। उन्होंने कहा कि ये रोजगार मेला सरकार की उस सोच का प्रतीक है जिसमें राज्य सरकार ने रोजगार, कौशल और उद्यमिता को प्राथमिकता दी है।
दो वर्ष के कार्यकाल में एक भी पेपरलीक नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने दो वर्ष के कार्यकाल में एक भी पेपरलीक नहीं हुआ। वहीं, पूर्ववर्ती सरकार के समय में प्रदेश के युवाओं को पेपरलीक के कारण असहनीय पीड़ा झेलनी पड़ी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग 410 रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन कर 1 लाख 11 हजार से अधिक बेरोजगार अभ्यर्थियों का रोजगार के लिए चयन किया। कौशल, नियोजन व उद्यमिता मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि निजी क्षेत्र की कंपनियां यहां के युवाओं को रोजगार का अवसर दे रही हैं। इसी कड़ी में यह रोजगार मेला आत्मनिर्भरता का द्वार है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित बड़ी संख्या में युवा व निजी नियोक्ता उपस्थित रहे।