समाचार

इंदौर: खजराना गणेश को भेंट की भव्य राखी में समाई ‘दुनिया की प्रकृति’

– मातुश्री पालरेचा परिवार की दो दशक की परंपरा जारी, राखी में लगे हैं नग-नगीना, हैदराबादी मोती, अमेरिकन डायमंड इंदौर. विश्व में सर्वाधिक एक दिन में पौधरोपण पर इंदौर पर्यावरण संरक्षण में नंबर वन अंकित हुआ है। इसी क्रम में एक और पायदान आगे इस बार विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर को पर्यावरण संरक्षण संवर्धन […]

2 min read
Aug 12, 2024

- मातुश्री पालरेचा परिवार की दो दशक की परंपरा जारी, राखी में लगे हैं नग-नगीना, हैदराबादी मोती, अमेरिकन डायमंड

इंदौर. विश्व में सर्वाधिक एक दिन में पौधरोपण पर इंदौर पर्यावरण संरक्षण में नंबर वन अंकित हुआ है। इसी क्रम में एक और पायदान आगे इस बार विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर को पर्यावरण संरक्षण संवर्धन का संदेश दे रही स्वर्ण स्वरूप कल्पवृक्ष निर्मित भव्य राखी मातु श्री पालरेचा परिवार की ओर से दी जा रही है।

इस राखी की खासियत यह है कि इसमें दुनिया के अनेक देशों के नाम तो अंकित हैं ही, इसके साथ इसमें कैलाश पर्वत और गोमुख गंगा का भारत देश के साथ अनोखा रिश्ता दर्शाया गया है। दो दशक से बजाज खाना चौक में पालरेचा परिवार की ओर से भगवान खजराना गणेश को रक्षाबंधन के पूर्व भव्य राखियां समाज को अलग-अलग संदेश देने की मंशा से भेंट की जाती रही हैं।

राखी से पर्यावरण संरक्षण पर संवर्धन का संदेश

भारत कई देशों को दे रहा संदेश

शांतूपालरेचा ने बताया, इस बार विश्व को स्वर्ण स्वरूप कल्पवृक्ष के रूप में पर्यावरण संरक्षण पर संवर्धन का संदेश इस राखी के माध्यम से दिया जा रहा है। इसी धेय से इस राखी में चीन, रूस, इराक, ईरान आदि दुनिया के देशों को हमारा भारत पर्यावरण संवर्धन संदेश देते हुए नजर आ रहा है।

15 दिन में तैयार हुई राखी

पुंडरीक पालरेचा ने बताया, 40 बाय 60 इंच की राखी को बनाने में 15 दिन का समय लगा है। 25 से 25 लोगों ने मिलकर तैयार किया है। इसमें नग-नगीना, हैदराबादी मोती, अमेरिकन डायमंड इसकी छटा को चार चांद लगा रहे हैं। इस कॉन्सेप्ट पर काम लंबे समय से चल रहा है। करीब 2 महीने इसके अलग-अलग पहलू पर विमर्श किया गया।

ये बना है राखी पर

- स्वर्ण कल्पवृक्ष अद्भुत अनुपम राखी विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रही।

- थीम- दुनिया को कल्पवृक्ष के माध्यम से पर्यावरण संवर्धन का संदेश दे रहा भारत

- कैलाश पर्वत और गोमुख गंगा की अद्भुत छटा

- पारिजात, अशोक, खजूर और नारियल के पेड़ जीवन प्रकृति से जोड़ रहे।

- राष्ट्रीय पक्षी मोर दे रहा स्वच्छ निश्चल पर्यावरण का संकेत

- हैदराबादी मोती, अमेरिकन डायमंड, तारे-सितारे राखी को बना रहे मनमोहक

Updated on:
12 Aug 2024 05:48 pm
Published on:
12 Aug 2024 05:47 pm
Also Read
View All

अगली खबर