अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सर्दी के कड़े मौसम में ऑपरेशन सर्द हवा के तहत सीमा सुरक्षा बल ने निगरानी को और सख्त कर दिया है और सुरक्षा पहरा बढ़ा दिया है।
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सर्दी के कड़े मौसम में ऑपरेशन सर्द हवा के तहत सीमा सुरक्षा बल ने निगरानी को और सख्त कर दिया है और सुरक्षा पहरा बढ़ा दिया है। गणतंत्र दिवस से पहले शुरू किए गए अभियान का उद्देश्य कोहरे और सर्द मौसम में अवांछनीय गतिविधियों को रोकना है। सीमा सुरक्षा बल के जवान अत्याधुनिक उपकरणों और मजबूत इरादों के साथ देश की रक्षा में दिन-रात जुटे हुए हैं।
सर्द मौसम में कोहरे का फायदा उठाकर सरहद पार से घुसपैठ की हिमाकत को नाकाम करने के लिए नाइट विजन उपकरण, हाइटेंशन टॉर्च और हाई-टेक कैमरों की मदद से सीमा पर अभेद्य निगरानी तंत्र स्थापित कर दिया है। हर हलचल पर पैनी नजर रखते हुए जवान मुस्तैद हैं। आधुनिक उपकरणों से मजबूत निगरानी जवानों को नए उपकरणों की जानकारी और उनका प्रशिक्षण अभियान का हिस्सा है। नाइट विजन दूरबीन और कैमरों का उपयोग कर सीमा के उस पार की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है।
कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी निभाने के बाद जवान मानसिक और शारीरिक तनाव को दूर करने के लिए टीवी देखना, गीत गाना और फिल्में देखना पसंद करते हैं। यह विश्राम व मनोरंजन के छोटे-छोटे पल उन्हें फिर से ऊर्जावान बना देते हैं।
सुरक्षा बल के सजग प्रहरियों को नियमित प्रशिक्षण और विषम परिस्थितियों में काम करने की आदत उन्हें हर चुनौती के लिए तैयार रखती है। पश्चिमी राजस्थान में तस्करों की सक्रियता के बाद सीमा पर निगरानी और कड़ी कर दी गई है। ऑपरेशन सर्द हवा में अफसर और जवान साथ-साथ सीमा चौकियों पर जवानों के साथ दिन-रात मौजूद रहते हैं। वे न केवल चौकसी का निरीक्षण करते हैं, बल्कि जवानों का मनोबल भी बढ़ाते हैं। इस दौरान अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों की परख भी की जाती है। सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर सेक्टर उत्तर के उप महानिरीक्षक योगेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि ऑपरेशन सर्द हवा के दौरान बल की अधिकतम नफरी बॉर्डर पर तैनात की गई है। अधिकारी भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सीमा पर पहुंच रहे हैं।