परिवहन विभाग,ईडी और एसीबी की ओर से अलग-अलग कार्यवाही की जा रही है। इसमें राज्य के करीब 450 अफसर और कार्मिकों को दोषी पाया गया है।
- जगतपुरा में शुरू हुआ थ्री डिजिट के वीआइपी नंबरों का भौतिक सत्यापन
जयपुर। थ्री डिजिट वीआइपी नंबरों के फर्जीवाड़े की जांच के लिए जगतपुरा में तीन दिवसीय भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दो दिन में महज 30 फीसदी वाहन की भौतिक सत्यापन कराने पहुंचे। कल शुक्रवार को आखिरी दिन है। माना जा रहा है कि जिन लोगों ने फर्जी तरीके से नंबर लिए वे भौतिक सत्यापन कराने से बच रहे हैं। पहले दिन बुधवार को 203 वाहन पहुंचे, जिनके दस्तावेजों की जांच की गई। पुराने कबाड़ दोपहिया वाहनों को ऑटो में रख तो चारपहिया वाहनों को टोन करके लाया गया। इसके लिए जगतपुरा में काउंटर लगाए गए। जयपुर में 2129 वाहन नंबरों के मामले में वाहन स्वामियों को नोटिस जारी किए गऐ हैं। भौतिक सत्यापन कराने पर ऐसे वाहनों की आरसी निरस्त कर दी जाएगी। इसके अलावा जो वाहन आ रहे हैं, उनके नंबरों के मूल रिकॉर्ड से दस्तावेजों का मिलान किया जा रहा है। आरटीओ प्रथम राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि तीन दिन जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद जो नंबर वैध होंगे, उनकी आरसी अनब्लॉक कर दी जाएगी। जो नंबर फर्जी तरीके से जारी किए गए हैं, उनकी आरसी निरस्त कर वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
---पत्रिका ने किया मामला उजागर
गौरतलब है कि परिवहन विभाग में चर्चित थ्री डिजिट नंबरों का फर्जीवाड़ा राजस्थान पत्रिका ने उजागर किया था। परिवहन विभाग,ईडी और एसीबी की ओर से अलग-अलग कार्यवाही की जा रही है। इसमें राज्य के करीब 450 अफसर और कार्मिकों को दोषी पाया गया है। इस पूरे फर्जीवाड़े में सरकार को 500 से 600 करोड़ रूपए की राजस्व हानि का होना भी पाया है।