पिपरसमा स्थित कृषि उपज मंडी के पास ही नई थोक सब्जी मंडी एवं फ्रूट मंडी बनाने की कवायद शुरू हो गई है। वहीं शिवपुरी-झांसी ङ्क्षलक रोड पर 1.60 करोड़ रुपए की लागत से 7 वर्ष पूर्व बनी फ्रूट व सब्जी मंडी में मीट मार्केट शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।
शिवपुरी। पिपरसमा स्थित कृषि उपज मंडी के पास ही नई थोक सब्जी मंडी एवं फ्रूट मंडी बनाने की कवायद शुरू हो गई है। वहीं शिवपुरी-झांसी ङ्क्षलक रोड पर 1.60 करोड़ रुपए की लागत से 7 वर्ष पूर्व बनी फ्रूट व सब्जी मंडी में मीट मार्केट शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। नई बनने वाली मंडियों पर मंडी बोर्ड का अधिकार रहेगा, जिससे मंडी को टैक्स भी मिलेगा। यह जमीन कृषि विज्ञान केंद्र और पिपरसमा मंडी के बीच में स्थित है। शिवपुरी शहर में पुरानी अनाज मंडी के पास स्थित थोक सब्जी मंडी की वजह से उस रोड पर हर रोज सुबह जाम के हालात बने रहते हैं। सडक़ पर ही सजने वाली इस मंडी को शहर से बाहर करने के लिए शिवपुरी-झांसी ङ्क्षलक रोड पर हवाई पट्टी के आगे फ्रूट एवं थोक सब्जी मंडी का टीनशेड व एक दर्जन से अधिक दुकानें बनाई गईं थीं। 1 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत से बनीं इन दोनों मंडियों लोकार्पण के सात साल बाद भी सब्जी या फल नहीं बिके। इन दोनों मंडियों को नगरपालिका ने नगरीय क्षेत्र में बनाया था, लेकिन स्थल चयन ठीक न होने से दुकानदार यहां आए नहीं और मंडी में दुकानों की शटरतक तक नहीं खुल सके।
दुकानों का साइज भी था छोटा
शिवपुरी-झांसी ङ्क्षलक रोड पर बनाई गईं इन दोनों मंडियों में जो दुकानें बनाई गईं, उनका साइज 10 वाई 15 का है, जो थोक सब्जी विक्रेताओं व फ्रूट वालों के लिए काफी कम है। यही वजह है कि जब पिछले दिनों मंडियों को शिफ्ट करने की बात हुई तो सब्जी/फ्रूट विक्रेताओं ने दुकानें छोटी होने की वजह से जाने में अनिच्छा जाहिर की। अब इन दोनों मंडियों को पिपरसमा मंडी के पास बनाया जाएगा, जिसका निर्माण मंडी बोर्ड करवाएगा।
पर्याप्त जगह होने से बनेंगी बड़ी मंडी
कृषि विज्ञान केंद्र एवं पिपरसमा मंडी के बीच में लगभग 16 बीघा जमीन है, जिसमें दोनों मंडियों को बनाए जाने के साथ ही बड़ी दुकानें भी बन सकती हैं, जिस वजह से दुकानदारों को अपना माल स्टॉक करने के लिए पर्याप्त जगह मिल जाएगी। चूंकि यह जमीन प्रशासन ने पहले ही तय कर ली थी, इसलिए अब इसमें सिर्फ मंडी बोर्ड को चिन्हांकन करके काम शुरू करना है। थोक सब्जी मंडी व फ्रूट मंडी शहर से बाहर चले जाने से भारी वाहनों की आवाजाही में कमी आएगी।
1.60 करोड़ की मंडियों को भी शुरू करने की तैयारी
शिवपुरी शहर में अभी मीट मार्केट बीच बाजार में है। इसे शहर से बाहर बनाए जाने के लिए नगरपालिका में बहुत पहले टेंडर हो चुका है, लेकिन मीट मार्केट अभी तक नहीं बना। चूंकि 1.60 करोड़ की फ्रूट व सब्जी मंडी दोनों नगरपालिका की हैं। इसलिए अब इनमें मीट मार्केट शुरू करने की तैयारी प्रशासन कर रहा है। हालांकि इसमें टीनशेड के हिस्से का मीट मार्केट में किस उपयोग में लिया जाएगा, इस पर अभी विचार चल रहा है।
यह मिलेगी राहत:
शिवपुरी शहर के गांधी पार्क व मंडी के बीच वाली रोड पर अलसुबह से देर दोपहर तक लगने वाले सडक़ जाम से शहरवासियों को मुक्ति मिलेगी। जब मंडी शहर से बाहर हो जाएंगी तो सब्जी व फल लेकर आने वाले भारी वाहन भी शहर में प्रवेश नहीं करेंगे, तो भारी वाहनों का खतरा भी खत्म हो जाएगा। लोङ्क्षडग वाहन वालों को भी काम मिलेगा तथा पिपरसमा की मंडी से शहर के ठेलों के लिए लाए जाने वाले फल व सब्जी ढोने का भाड़ा मिलेगा। मीट मार्केट शहर से बाहर हो जाने की वजह से फिजिकल से शॉर्टकट न्यू ब्लॉक व टेकरी आने वाले लोगों को भी मांस-मछली की दुकानों के बीच में से होकर नहीं निकलना पड़ेगा।
मंडी बोर्ड बनाएगा दोनों मंडी
पिपरसमा मंडी के पास ही अब थोक सब्जी मंडी व फ्रूट मंडी बनाई जाएंगी। इन मंडियों का निर्माण मंडी बोर्ड कराएगा, तथा जिसका टैक्स भी मंडी को मिलेगा। शिवपुरी-झांसी ङ्क्षलक रोड वाली दोनों मंडियों को भी शुरू करेंगे, उसमें मीट मार्केट शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है।
उमेश कौरव, एसडीएम शिवपुरी