नोएडा

मौसम विभाग का ठंड को लेकर नया अपडेट, ला नीना के कारण इस बार पड़ेगी भयंकर ठंड, नवंबर में टूटा 5 वर्ष का रिकॉर्ड

Weather Forecast बारिश की तरह इस बार ठंड भी व्यापक रूप से पड़ेगी। ऐसा ला नीना के कारण होगा। नवंबर माह में न्यूनतम तापमान में जिस तरह की गिरावट आई है। उसने पिछले 5 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। मौसम विभाग में कड़ाके की ठंड को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है।

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Nov 14, 2025
ग्रामीण क्षेत्रों में पड़ने लगा कोहरा फोटो सोर्स पत्रिका

Weather Forecast: यूपी में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। सुबह-शाम की ठंड अब गलन महसूस कराने लगी है। लोग घर से निकलते समय शॉल और स्वेटर पहनने लगे हैं। पहाड़ी इलाकों में लगातार बर्फबारी होने से यूपी सहित मैदानी हिस्सों का तापमान नीचे खिसकने लगा है। इटावा, बरेली, कानपुर समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच चुका है। अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में पारा और गिर सकता है।

Weather Forecast: लखनऊ आंचलिक मौसम केंद्र के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई जिलों में सुबह हल्का से मध्यम कोहरा छा सकता है। अगले तीन दिनों तक यही स्थिति बनी रहने की संभावना है। हालांकि मौसम विभाग ने अभी घने कोहरे या शीतलहर को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया है।

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इस बार व्यापक ठंड पड़ने की उम्मीद, टूट सकते कई वर्षों के रिकॉर्ड

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार सर्दी अधिक पड़ने की पूरी उम्मीद है। नवंबर के शुरू होते ही ठंड ने दस्तक दे दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, प्रशांत महासागर में ला नीना की स्थिति बनने के कारण इस साल बारिश भी अच्छी हुई। अब कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना बढ़ गई है। लगभग पांच साल बाद नवंबर में इतनी जल्दी तापमान नीचे गिरा है। इससे पहले 2020 में नवंबर में न्यूनतम तापमान लगभग 11 डिग्री तक पहुंचा था। इस बार सर्दी लंबी चल सकती है। एक पखवाड़े के भीतर कोहरा भी अपने तेवर दिखायेगा।

क्या है ला नीना?

ला नीना प्रशांत महासागर में होने वाली एक प्राकृतिक जलवायु प्रक्रिया है। इसमें भूमध्यरेखा के पास समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से कम हो जाता है। इस दौरान तेज व्यापारिक हवाएं गर्म पानी को महासागर के पश्चिमी हिस्से की ओर धकेल देती हैं, जिससे दुनिया के कई क्षेत्रों के मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। यह अल नीनो के विपरीत प्रभाव वाली स्थिति होती है।

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