2024 Paris Olympics में जॉर्जिया का प्रतिनिधित्व कर रहीं पिस्टल शूटर नीनो सालुकवाजे ने 1988 से 2024 तक हर ओलंपिक में हिस्सा लिया है। वह 10 ओलंपिक खेलने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
2024 Paris Olympics: 55 साल की नीनो सालुकवाजे ने पेरिस ओलंपिक में उतरने के साथ ही इतिहास रच दिया। जॉर्जिया का प्रतिनिधित्व कर रहीं पिस्टल शूटर नीनो दस ओलंपिक में खेलने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। वे पहले सोवियत यूनियन का प्रतिनिधित्व करती थीं। नीनो ने 19 साल की उम्र में 1988 सियोल ओलंपिक में शिरकत की थी, उसके बाद से उन्होंने 2024 तक हर ओलंपिक खेला है। उन्होंने 1988 सियोल ओलंपिक में 25 मीटर पिस्टल में स्वर्ण व 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक में नीनो जॉर्जिया की ध्वजवाहक भी थीं, उन्होंने इन खेलों में तीसरी बार यह भूमिका निभाई।
पेरिस ओलंपिक में नीनो हालांकि 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाईं। नीनो क्वालीफिकेशन राउंड में 38वें स्थान पर रहीं। अब वे शुक्रवार को 25 मीटर पिस्टल में उतरेंगी।
सालुकवाजे 1988 में सोवियत यूनियन के लिए खेलीं और सोवियत संघ के विघटन के बाद 1992 बार्सिलोना ओलंपिक में एकीकृत टीम के लिए खेलीं। पिछले आठ ओलंपिक वह जॉर्जिया का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
नीनो 2008 बीजिंग ओलंपिक में भी चर्चा में आई थीं जब रूस ने कुछ समय के लिए जॉर्जिया से युद्ध लड़ा था। सालुकवाजे ने कांस्य पदक जीता था और रजत पदक जीतने वाली रूस की नतालिया पेडरिना को पोडियम पर गले लगाया था। उनकी इस खेल भावना ने सबका दिल जीत लिया था।
नीनो ही नहीं उनका बेटा टीसोने माचावारियानी भी शूटर है। 2016 के रियो ओलंपिक में नीनो और उनके बेटे टीसोने ने जॉर्जिया का प्रतिनिधित्व किया था। ओलंपिक इतिहास में एक ही समय में खेलने वाली यह मां-बेटे की पहली जोड़ी थी। टीसोने ने रियो ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में शिरकत की थी।