Saare Jahan Se Achcha: 'सारे जहां से अच्छा' में प्रतीक गांधी का किरदार न तो एक्शन से भरपूर है और न ही उसमें कोई खास ड्रामा है, फिर भी इसने दर्शकों को अपनी ओर खींचा है…
Saare Jahan Se Achcha: नेटफ्लिक्स एक नई स्पाई सीरीज लेकर आ रहा है, जिसका नाम है 'सारे जहां से अच्छा'। इस बार कहानी में न तो गोलियां चलेंगी और न ही हीरो फिल्मी अंदाज में डायलॉग मारते दिखेंगे। यहां तो बस दिमाग और होशियारी का खेल होगा। इस सीरीज में प्रतीक गांधी मेन लीड में हैं।
प्रतीक गांधी विष्णु शंकर नाम के एक जासूस का किरदार निभाएंगे, जो बंदूक की जगह अपने दिमाग का इस्तेमाल करता है। प्रतीक का कहना है, "विष्णु वो हीरो नहीं है जो गन चलाए या स्टाइल मारते हुए डायलॉग बोले। वो ये मानता है कि जैसे ही आप बंदूक उठाते हैं, आप पहले ही हार चुके होते हैं।"
बता दें कि प्रतीक के लिए विष्णु का किरदार निभाना आसान नहीं था। ये किरदार हमेशा अपने कर्तव्य और नैतिकता के बीच फंसा रहता है।
प्रतीक आगे बताते हैं कि, "वो ज्यादा बोलता नहीं है, लेकिन सोचता बहुत है। मुझे इस रोल में पूरी तरह डूबना पड़ा। अपना 100% देना पड़ा।" उन्होंने आगे ये भी कहा कि विष्णु का अकेलापन और उसकी अंदरूनी उलझन उसे और भी गंभीर बनाती है। ये एक ऐसी जिंदगी है जहां हर कदम सोच-समझकर उठाना पड़ता है।
'सारे जहां से अच्छा' में आपको सिर्फ जासूसी का रोमांच ही नहीं मिलेगा, बल्कि ये भी दिखाया जाएगा कि हर फैसले का कितना गहरा असर होता है। यहां चुप्पी भी कभी-कभी शोर से ज्यादा बातें कह जाती है। इस सीरीज में प्रतीक गांधी के अलावा सनी हिंदुजा, रजत कपूर, सुहैल नायर, तिलोत्तमा शोम, कृतिका कामरा और अनूप सोनी जैसे कई कलाकार हैं।
ये कहानी 1970 के दशक पर आधारित है, जब भारत की रॉ (RAW) और पाकिस्तान की आईएसआई (ISI) के बीच गुप्त युद्ध चल रहा था। उस समय पूरी दुनिया परमाणु युद्ध के डर में जी रही थी। गौरव शुक्ला और भवेश मंडालिया ने मिलकर बॉम्बे फेबल्स के बैनर तले इस सीरीज का बनाया गया है। तो हो जाइए तैयार एक ऐसी जासूसी कहानी के लिए जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी।