गौसेवा और संवेदनशीलता का अनूठा उदाहरण तखतगढ़ क्षेत्र में देखने को मिला। गौसेवक एवं व्यवसायी जगदीश रावल ने 15 वर्षों तक सेवा करने वाली गौमाता काजल की मृत्यु पर विधिवत अंतिम संस्कार किया।
सुमेरपुर(पाली)। गौसेवा और संवेदनशीलता का अनूठा उदाहरण तखतगढ़ क्षेत्र में देखने को मिला। गौसेवक एवं व्यवसायी जगदीश रावल ने 15 वर्षों तक सेवा करने वाली गौमाता काजल की मृत्यु पर विधिवत अंतिम संस्कार किया। उसकी स्मृति में शोक सभा एवं प्रसादी का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने बाकायदा शोक संदेश की पत्रिका छपवा कर क्षेत्र के नागरिकों को आमंत्रित किया। 26 दिसंबर को बलाना स्थित गऊ गोपाला फार्म हाउस में शोक सभा रखी गई है।
रावल ने बताया कि करीब 15 वर्ष पूर्व उनके भांजे से गौकशी से बचाई गई एक गाय उन्हें भेंट स्वरूप मिली। उसी गाय को उन्होंने ‘काजल’ नाम दिया और तभी से गौसेवा उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई। तखतगढ़ के समीप बलाना गांव में स्थित अपने फार्म हाउस पर उन्होंने सेवा प्रारंभ की।
वर्तमान में जगदीश अपने फार्म हाउस पर 12 बेसहारा गौवंश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने 7 बीघा कृषि भूमि को पूर्णतः गौवंश के लिए समर्पित कर रखा है। जहां चारा एवं अनाज गायों के लिए ही उगाया जाता है। गौवंश के लिए आवास, स्वच्छ पेयजल, सर्दी-गर्मी से बचाव के विशेष इंतजाम किए गए हैं।