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Medical: पाली के अस्पताल में ऐसा हुआ तो नहीं जाना होगा जोधपुर

पाली मेडिकल कॉलेज को मिले दो कार्डियोलॉजी के चिकित्सक बांगड़ चिकित्सालय के मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में बदलने के बावजूद हृदय रोगियों की जांच के लिए यहां कार्डियोलॉजी विभाग में चिकित्सक नहीं होने से उपचार में परेशानी होती थी। अब हृदय रोगियों के उपचार को लेकर एक बार फिर उम्मीद जगी है। अस्पताल में दो चिकित्सक […]

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May 18, 2024

पाली मेडिकल कॉलेज को मिले दो कार्डियोलॉजी के चिकित्सक

बांगड़ चिकित्सालय के मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में बदलने के बावजूद हृदय रोगियों की जांच के लिए यहां कार्डियोलॉजी विभाग में चिकित्सक नहीं होने से उपचार में परेशानी होती थी। अब हृदय रोगियों के उपचार को लेकर एक बार फिर उम्मीद जगी है। अस्पताल में दो चिकित्सक असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्त किए गए है। यदि वे ज्वाइन करते हैं और कैथ लेब का कार्य हो जाता है तो हृदय रोगियों को उपचार के लिए जोधपुर व अन्य शहरों में नहीं जाना होगा। गौरतलब है कि पहले भी पाली में कॉर्डियोलॉजी के चिकित्सकों की नियुक्ति की गई थी, लेकिन कैथ लेब के अभाव व अन्य कारणों से उन्होंने ज्वाइन नहीं किया था। इसके साथ ही चिकित्सालय के पीडियाट्रीक विभाग में एक, पैथोलॉजी में दो, जनरल मेडिसन में एक, कम्यूनिटी मेडिसन में दो चिकित्सक व एक पदोन्नति, गेस्ट्रोलॉजी में दो चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है।

प्रदेश में 102 के आदेश

पाली के साथ ही प्रदेश के मेडिकल कॉलेज चिकित्सालयों में 102 असिस्टेंट प्रोफेसरों की राजमेस के माध्यम से नियुक्ति के आदेश दिए गए है। सिरोही में जनरल मेडिसन के तीन, पीडयेट्रीक में एक, चर्म रोग विभाग में एक असिस्टेंट प्रोफेसर को नियुक्त किया गया है।

मरीजों को होगा लाभ

मेडिकल कॉलेज में नए चिकित्सकों की भर्ती से मरीजों को लाभ होगा। उनको बेहतर उपचार मिल सकेगा। कार्डियोलॉजी विभाग में दो चिकित्सक आए है। उनके ज्वाइन करने पर अन्य सुविधाओं के लिए भी प्रयास किया जाएगा।

डॉ. अरुणा सोलंकी, प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज, पाली

Updated on:
18 May 2024 07:45 pm
Published on:
18 May 2024 07:44 pm
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