Lok Sabha Election 2024: प्रदेश में वर्ष 2001 से 2018 के बीच लोकसभा का एक भी उप चुनाव नहीं हुआ।
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा का पहला चुनाव साल 1952 में हुआ था। उस समय से लेकर साल 2018 तक किसी प्रत्याशी के निधन या अन्य कारण से प्रदेश में 16 बार उप चुनाव हुए हैं। पाली जिले में एक बार वर्ष 1988 में उप चुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी। जबकि पहले लोकसभा चुनाव के बाद जोधपुर, टोंक और सवाई माधोपुर में उप चुनाव हुए थे। उनमें जोधपुर की सीट पर निर्दलीय व अन्य दो पर कांग्रेस के प्रत्याशी जीते थे। इसमें खास बात यह है कि सवाई माधोपुर के उप चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी ने अब तक हुए उप चुनाव में सबसे अधिक 85.47 प्रतिशत मत हासिल किए थे। उसके बाद के किसी भी उप चुनाव में कोई जीतने वाला प्रत्याशी 66 प्रतिशत मत भी हासिल नहीं कर सका।
1952: जोधपुर में निर्दलीय के प्रत्याशी जसवंतराज मेहता ने 69.64 मत हासिल कर जीत दर्ज की। वहीं टोंक में कांग्रेस के एमएल वर्मा ने 77.01 व सवाई माधोपुर में कांग्रेस के राजबहादुर ने 85.87 प्रतिशत मत हासिल कर जीत हासिल की।
1956: जयपुर में कांग्रेस के बंशीलाल ने 52.89 प्रतिशत मत प्राप्त कर जीता चुनाव।
1960: नागौर में कांग्रेस के नरेन्द्र कुमार ने 65.58 प्रतिशत मत लेकर विजय हासिल की।
1964: भीलवाड़ा में आइएनसी के शिवचरण माथुर 64.27 प्रतिशत मत प्राप्त कर जीते।
1968: दौसा में कांग्रेस के नवल किशोर शर्मा 51.7 प्रतिशत मत हासिल कर विजयी रहे।
1982: बयाना में आइएनसी के एलआर केन 54.52 प्रतिशत व उदयपुर में आइएनसी के डी. वर्मा ने 52.21 प्रतिशत मत प्राप्त कर जीत दर्ज की।
1985: चूरू में आइएनसी के एन. बुढानिया ने 54.1 प्रतिशत मत हासिल कर जीता चुनाव।
1988: पाली में आइएनसी के शंकरलाल ने 44.06 प्रतिशत मत प्राप्त कर जीत दर्ज की।
1997: नागौर में भाजपा के भानूप्रकाश मिर्धा ने 47.54 प्रतिशत मतों के साथ जीत हासिल की।
2000: दौसा में आइएनसी की रामा पायलट ने 52.97 प्रतिशत वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की।
2001: टोंक में बीजेपी के कैलाश मेघवाल ने 52.91 प्रतिशत मतों के साथ जीत हासिल की।
2018: अलवर में आइएनसी के डॉ. करणसिंह यादव ने 56.96 व अजमेर में आइएनसी के रघु शर्मा ने 50.64 प्रतिशत मतों के साथ जीत दर्ज की।