राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
पाली। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों के आरक्षण में उपवर्गीकरण को लेकर दिए गए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरोध में एससी एसटी वर्गों के आह्वान पर बुधवार को भारत बंद का असर पाली में भी रहा। जिलेभर में प्रतिष्ठान बंद रहे। ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। जिलेभर में बंद शांतिपूर्ण रहा। जिला मुख्यालय पर संघर्ष समिति ने रैली निकाली और कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात जिला कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया।
अनुसूचित जाति जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति जिला पाली ने बुधवार को बंद का आह्वान किया था। इस पर बाजार सुबह खुले ही नहीं। एससी एसटी वर्ग के लोग आंबेडकर सर्किल पर एकत्रित हुए। शहर में भी कई टोलियां घूमती रही। जय भीम और तिरंगे झंडे लेकर कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे। अम्बेडकर सर्किल से जुलूस के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां कुछ देर प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौँपा। ज्ञापन में कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला संविधान की मूल भावना के विपरीत है। सामाजिक गैर बराबरी की वजह से ही एससी एसटी को आरक्षण दिया गया है। आरक्षण का बंटवारा करना पूर्णतया असंवैधानिक है। इस कारण सुप्रीम कोर्ट का निर्णय निष्प्रभावी किया जाए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में आरक्षण व्यवस्था लागू करने, जातीगत जनगणना करने और गैर आयकर दाता परिवारों के एससी एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा ऋण ब्याज मुक्त करने समेत 21 मांगें रखी।
भारत बंद को लेकर सूरजपोल, मिलगेट, सराफा समेत पूरे शहर में प्रतिष्ठान बंद रहे। संघर्ष समिति ने व्यापारियों से बंद का आह्वान किया था। शहर के भीतरी इलाकों में कुछ जगह दुकानें खुली मिली। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों से जुड़े लोग टोलियां बनाकर मोहल्लों में घूमते नजर आए। उन्हें जहां भी दुकानें खुली नजर आई उन्हें बंद करा दिया। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट नजर आया। शहर के अम्बेडकर सर्किल, सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, नहर पुलिया सहित जगह जगह पुलिस के जवान तैनात नजर आए। बंद को लेकर अतिरिक्त पुलिस जाप्ता पाली शहर और जिले भर में तैनात किया गया।
पाली के अम्बेडकर सर्किल से सभी जय भीम के नारे लगाते हुए रवाना हुए। शहर के सूरजपोल, सोमनाथ मंदिर, सराफा बाजार, पुराना बस स्टैंड, विवेकानंद सर्किल होते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां सभी ने जमकर नारेबाजी की ओर सड़क पर बैठ गए। यहां जोगाराम सोलंकी, बाबूलाल आर्य, मोनू मेगवाल, पार्षद प्रकाश चौहान, भभूताराम, विजयराज परिहार, कन्हैयालाल परिहार, भीम आर्मी, अशोक कुमार कुलदीप आदि वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में आरक्षण में वर्गीकरण को मंजूर नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार इसमें उनका साथ दे। उसके बाद संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने ज़िला कलेक्टर को अपनी मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सोपा। पूरे बंद के दौरान भारी पुलिस जाप्ता तैनात रहा। कलक्ट्रेट में एडीएम सिलिंग भवानीसिंह पंवार, एडीएम राजेश गोयल, जिला परिषद सीईओ नंदकिशोर राजोरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, सीओ सिटी जितेन्द्रसिंह समेत कई अधिकारियों ने मोर्चा संभाला।
भीम आर्मी के संभाग प्रभारी विजयराज परिहार. पूर्व भीम सेना जिलाध्यक्ष अशोक कुमार कुलदीप, डॉ भीमराव वेलफेयर सोसाइटी के जिला अध्यक्ष जोगाराम सोलंकी, कन्हैया लाल मीणा, पार्षद मोनू भाई मेघवाल, पार्षद रमेश चावला, पार्षद ब्लॉक अध्यक्ष जीवराज बोराणा, बाबूलाल आर्य, पार्षद प्रकाश चौहान, भबूताराम दहिया, राजूराम जी मीणा, गणेश राम बॉस, ओम प्रकाश भट्ट, रतन उद्देश, राजूराम नागौरा, मांगीलाल चौहान एडवोकेट, प्रकाश बावरी, एडवोकेट वेलाराम राठौड़, एडवोकेट हेमलता चौहान, एडवोकेट राजूराम परमार,मांगीलाल चौहान, दिनेश मोबारसा, प्रताप भटनागर, और अन्य सामाजिक संस्थाएं जैसे की अजाक, नर्सिंग वेलफेयर सोसाइटी, डॉ. आंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी, श्री मारवाड़ मेघवाल सेवा संस्थान शाखा सहित संस्थाएं मौजूद रही।