Parenting Tips- अगर आपको अपने बच्चों में चिड़चिड़ाट बढ़ती नजर आ रही हैं तो इन टिप्स की मदद से आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
Parenting Tips: बच्चों का चिड़चिड़ा होना आजकल एक आम समस्या बन गई है। काम और स्कूल की भागदौड़, मोबाइल का अधिक इस्तेमाल, और सही समय पर खाना-पीना न होने के कारण बच्चे जल्दी चिड़चिड़े हो जाते हैं। इससे न सिर्फ उनका मूड खराब रहता है, बल्कि उनका मन पढ़ाई-लिखाई और खेल-कूद में भी नहीं लगता है। लेकिन कुछ आसान उपाय अपनाकर आप अपने बच्चों को एक्टिव बना सकते हैं। यहां 5 ऐसे उपाय दिए गए हैं। जो बच्चों के चिड़चिड़ेपन को कम करने में मदद करेंगे।
बच्चों के चिड़चिड़े होने का सबसे बड़ा कारण नींद की कमी हो सकता है। जल्दी स्कूल जाने को लेकर उन्हें इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर बच्चे को रोजाना अच्छी नींद नहीं मिलती तो वे जल्दी परेशान हो जाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि वे रोजाना कम से कम 8-10 घंटे सोएं। सोने का एक समय तय करें और सोने से पहले उन्हें मोबाइल, टीवी से दूर रखें।
बच्चों के खान-पान का असर उनके मूड पर भी पड़ता है। अगर वे जंक फूड या बहुत ज्यादा मीठा खाते हैं, तो थोड़े समय के लिए उन्हें एनर्जी तो मिल जाती है, लेकिन थोड़े समय बाद वे फिर से सुस्त और चिड़चिड़े हो जाते हैं। इसलिए उन्हें फल, सब्जियां, और पौष्टिक चीजें खिलाएं। इससे वे स्वस्थ और खुश रहेंगे और उनकी सेहत भी अच्छी रहेगी।
बच्चों को घर में ही बंद रखने की बजाय उन्हें बाहर खेलने भेजें। जब बच्चे बाहर खेलते हैं, तो उनकी एनर्जी निकलती है और वे ताजगी महसूस करते हैं। बच्चें को पार्क में खेलने, साइकिल चलाने, या दोस्तों के साथ दौड़ने से मना करने के वजाय उनका सपोर्ट करें। इससे उनका मूड अच्छा होता है।
घर का माहौल भी बच्चों के मूड पर असर डालता है। अक्सर यह देखा जाता है कि माता-पिता किसी भी बात को लेकर बच्चों के सामने बहस करने लगते हैं। अगर घर में बहुत झगड़े या शोर होते हैं, तो इसका असर बच्चों पर पड़ता है। कोशिश करें कि घर का माहौल शांत और बच्चों के अनुकूल रहे। बच्चों के सामने निगेटिव बात न करें, बल्कि प्यार से उनके साथ बातचीत करें। इससे वे सुरक्षित और अच्छा महसूस करेंगे।
माता- पिता वर्किंग होने की वजह से अक्सर अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते है। बच्चों को लगता है कि उनके माता-पिता के पास उनके लिए समय नहीं है, तो वे उदास हो जाते हैं। इसलिए बच्चों के साथ रोज थोड़ा समय बिताएं। उनके साथ खेलें, बातें करें और उनकी पसंद की चीजों में शामिल हों। इससे वे खुशी महसूस करेंगे और चिड़चिड़ापन भी कम होगा।