बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने लगी है। इस बीच गुरूवार को पटना में सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बंद कमरे में हुई करीब 20 मिनट की बातचीत को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पटना के होटल मौर्या में मिलें। दोनों की इस बैठक को औपचारिक मुलाकात बताया जा रहा है। लेकिन, सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार के साथ अमित शाह ने बिहार में एनडीए गठबंधन के सीट शेयरिंग पर बातचीत किया। बिहार में इन दिनों एनडीए की सीट शेयरिंग को लेकर सस्पेंस चल रहा है। इधर, घटक दल के नेता अपने लिए बड़ी डिमांड कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि दोनों नेताओं ने इसपर क्या फैसला लिया यह तो नहीं पता चला है। लेकिन, कहा जा रहा है कि इस माह के अंत तक सीटों का बंटवारा हो जायेगा।
एनडीए के सीटों के बंटवारें में चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के डिमांड सबसे बड़ा पेंच है। इनके डिमांड के कारण मामला बन नहीं पा रहा है। चिराग पासवान की पार्टी पहले ही घोषणा कर चुकी है कि मन के अनुसार सीटें नहीं मिली तो हम अकेले लड़ेंगे। जीतन राम मांझी ने भी साफ कहा है कि गठबंधन में अगर हमें 15 सीटें नहीं मिली तो हम अकेले बिहार के सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
2020 के चुनाव में जेडीयू और बीजेपी के बीच 122-121 सीट का हिसाब बना था। जेडीयू ने 115 सीटें अपने पास रखकर अपने कोटे से मांझी को 7 सीटें दी थी। भाजपा अपने कोटे की 121 सीटों में 110 पर खुद लड़ी और 11 मुकेश सहनी को दिया था। चिराग पासवान की लोजपा तब 135 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ी थी। चिराग पासवान के अकेले चुनाव मैदान में उतरने के कारम जेडीयू को कई सीटों पर नुकसान हुआ था।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अब पूरी तर से सक्रिय हो गई है। बीजेपी अपना सबसे ज्यादा फोकस महागठबंधन के गढ़ मगध और शाहाबाद में कर रही है। बीजेपी इस क्षेत्र में पूरी तरह से साफ है और महागठबंधन का दबदबा है। अमित शाह यहां पर चुनाव को लेकर बीजेपी तैयारियों की आज समीक्षा करने के बाद इसे धार देने का भी प्रयास करेंगे। इसके साथ ही वे अपने नेताओं को विजय मंत्र भी देंगे। अमित शाह इस बैठक को लेकर बुधवार की रात ही पटना पहुंचे थे। अमित शाह आज डेहरी और बेगूसराय में 20 जिलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठक करेंगे।