Bihar Assembly Elections रोहिणी आचार्य से जुड़े सवाल पर जवाब देते समय आरजेडी नेता भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने शुरू से हमारा साथ दिया है। उन्होंने ना कभी टिकट मांगा और ना किसी को टिकट दिलवाने के लिए पैरवी की,दल में ना कोई पद की भी उनकी कोई लालसा नहीं है।
रोहिणी आचार्य की नाराजगी पर शुक्रवार को पहली बार तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी। तेजस्वी यादव ने पत्रकारों को रोहिणी से जुड़े सवाल पर कहा कि रोहिणी दी की इच्छा अपने स्वार्थ में नहीं रही है। पार्टी को आगे बढ़ाने में रही है। शुरू से ही हमारा साथ दिया है। हमारे साथ रही हैं। हमको आगे बढ़ाने में वो जो कर सकती हैं की हैं। ना टिकट पाना, ना किसी को टिकट दिलवाना, ना कोई पद पाना, कोई इच्छा नहीं रही है।
" तेजस्वी यादव रोहिणी को लेकर अपना जवाब दे रहे थे तो कई बार भावुक भी हुए। उन्होंने ट्रोलर को लेकर कहा कि ये लोग सब दल में हैं और तरह-तरह के कमेंट करने लगते हैं। ये ठीक नहीं है। ये ट्रोलर हमको भी गाली देता है और लालू यादव को भी गाली देता है। लेकिन जो लोग भी हमारी बहन पर उंगली उठा रहे हैं, ये बर्दाश्त से बाहर है।
रोहिणी आचार्य के बारे में तेजस्वी यादव ने आगे ने कहा, वे "हमारी बड़ी बहन हैं, हमको पाला है… बड़ा किया है। उन्होंने जो भी कुर्बानी दी है शायद ही आज के दिन में कोई देता है। आज कोई भी अपने ही परिवार के किसी को किडनी दे। लेकिन उन्होंने दिया है। उन्होंने कहा कि छपरा की जनता की मांग पर पार्टी उनको (रोहिणी) छपरा से टिकट दिया था। लालू जी ने छपरा की जनता की बातों को सुनकर अपने कार्यकर्ताओं की बातों को सुनकर रोहिणी जी को टिकट दिया था"